कार्यक्रम


ध्वजारोहण

रविवार 24 जनवरी, 2106

प्रात: 06.30 – जिनाराधना, अभिषेक पूजन

प्रात: 07.15 – गुरू आज्ञा उपलंभन, श्रीफल भेंट

प्रात: 07.30 – प्रतिष्ठाचार्य आमंत्रण, सम्मान

प्रात: 07.40 – सौधर्म इन्द्र, कुबेर यज्ञनायक, तीर्थकर माता-पिता सम्मान

प्रात: 08.00 – श्री जी की रथयात्रा एवं घटयात्रा इन्द्राणियों द्वारा, मन्दिर से पांडाल तक, पुन: वेदी एवं पांडाल शुद्धि

प्रात: 09.00 – मंगल ध्वजारोहण

प्रात: 09.45 – पांडाल में अभिषेक पूजन, वेदी में श्री जी की स्थापना मंगल कलश स्थापन, अखण्ड ज्योति स्थापन एवं अंकुरारोपण विधि इन्द्राणियों द्वारा

प्रात: 10.00 – आचार्य श्री एवं मुनिश्री के मंगल प्रवचन

प्रात: 11.00 – पूजामुख विधि, सकलीकरण, इन्द्र प्रतिष्ठा, यज्ञ दीक्षा, मण्डप प्रतिष्ठा देवागम विधि. द्वारपालानुकूलन एवं याग मण्डल विधान प्रारम्भ एवं जाप्यानुष्ठान

रात्रि 07.15 – आरती, भजन, नृत्य, प्रवचन, प्रश्नमंच (पांडाल में)

रात्रि 08.20 बजा विशेष आकषर्ण भेरीताड़न, ध्वज स्थापन एवं श्री बलि विधि क्रिया विधान

 

गर्भकल्याणक

सोमवार 25 जनवरी 2016

प्रात: 06.30 – नित्याभिषेक पूजन, यागमण्डल विधान पूर्ण एवं नवग्रह शांति होम

प्रात: 08.00 – आचार्य श्री एवं मुनिश्री के मंगल प्रवचन

मध्यान्ह 02.30 – गर्भकल्याणक की अंतरंग क्रिया विधि श्री आदि देवियों द्वारा गर्भ शोधनादि विधि

मध्यान्ह 04.00 – माताश्री मरूदेवी की गोद भराई विधि

रात्रि 07.15 – आरती, प्रवचन, प्रश्नमंच (पांडाल में)

रात्रि 08.00 – तीर्थकर आदिनाथ जी के गर्भकल्याणक का भव्य दृश्य, प्रार्थना, इन्द्र सभा, तत्व चर्चा, इन्द्रासन कम्पायमान होना, रत्नवृष्टि, माता की सेवा, स्वप्न दर्शन, महाराजा श्री नाभिराय जी का दरबार, माता का आगमन, स्वप्न फल, छप्पन कुमारियों द्वारा माता की सेवा, प्रश्नोत्तर का भव्य मनोहारी व अभूतपूर्व सुन्दर दृश्य प्रतिष्ठाचार्य पं. नरेश कुमार जैन कांसल द्वारा प्रदर्शित।

जन्मकल्याणक

मंगलवार 26 जनवरी 2016

प्रात: 06.00 – तीर्थकर बालक का जन्म, देवियों द्वारा जात कर्म, आकार शुद्धि, जन्मातिशय संस्कारारोपण, शान्ति होम

प्रात: 06.30 –नित्य अभिषेक पूजन एवं गर्भकल्याणक पूजन

प्रात: 08.30 – अयोध्या नगरी में घण्टा, शंखनाद, भेरी, बैंण्ड बाजे की मंगल ध्वनि पूर्वक तीर्थकर बालक का जन्म की घोषणा प्रतिष्ठाचार्य द्वारा हषरेल्लास आनन्द, नृत्य मंगल गीत

प्रात: 09.00 – आचार्य श्री एवं मुनिश्री के मंगल प्रवचन

प्रात: 10.30 – सौधर्म इन्द्र का ऐरावत हाथी पर अयोध्या नगरी में आगमन, नगर प्रदक्षिणा महल में प्रवेश, शचि को आज्ञा, जिन बालक को गर्भ गृह से लाने की, शुचि द्वारा माता को मयामयी निद्रा में सुलाना, जिन बालक को लाकर इन्द्र को देवा, इन्द्र द्वारा सहस्त्र नेत्र बनाकर रूपावलोकन पुन: पाण्डुक शिला की ओर गमन, भव्य शोभा यात्रा

प्रात: 12.30 – पाण्डुक शिला पर जन्माभिषेक 1008 कलशों से न्हवन पुन: इन्द्राणी द्वारा बालक तीर्थकर का श्रृंगार, पुन: तीर्थकर बालक को माता-पिता को सौंपना

रात्रि 07.15 – आरती, विद्वानों द्वारा प्रवचन, प्रश्न मंच

रात्रि 08.15 – तीर्थकर श्री आदिनाथ जी का पालना, बुआ जी द्वारा काजल लगाना, देव बालकों द्वारा बाल क्रीड़ा

रात्रि 09.00 – सांस्कृतिक कार्यक्रम

तपकल्याणक

बुधवार, 27 जनवरी 2016

प्रात: 06.30 – नित्य अभिषेक पूजन, जन्म कल्याणक पूजन, शांन्ति हवन

प्रात: 08.30 – आचार्य श्री एवं मुनिश्री के मंगल प्रवचन

प्रात: 09.30 – जन्म कल्याणक के शेष संस्कारारोपण बालवृद्धि संस्कार

प्रात: 10.00 – पांडाल से मन्दिर तक घट यात्रा (मन्दिर, देवी, शिखर, कलश शुद्धि हेतु, धाम सम्प्रोक्षण विधि)

मध्यान्ह 01.30 – महाराजा नाभिराय का दरबार, युवराज आदिनाथ का युवराज पटटाभिषेक, 32000 मुकुटबद्ध राजाओं द्वारा भेंट समर्पण, राजनीति का उपदेश, सभा में अयोध्या के दूत का आगमन, प्रमु को जाति स्मरण वैराग्य, लौकान्तिक देवों का आगमन स्तुति, पालकी विवाद, दीक्षा वन गमन, दीक्षा संस्कार मालारोपण आचार्य श्री द्वारा

रात्रि 07.00 – आरती, भजन, नृत्य, प्रवचन, प्रश्न मंच

रात्रि 07.30 – राष्ट्रीय कवि सम्मेलन

ज्ञान कल्याणक

गुरूवार, 28 जनवरी 2016

प्रात: 06.30 – नित्य पूजन, जिनाराधना व तप कल्याणक पूजन

प्रात: 08.30 – आचार्य श्री एवं मुनिश्री के मंगल प्रवचन

प्रात: 09.30 – स्वर्ण सौभाग्यशाली स्त्री-पुरुष युगल द्वारा तिलक दान सामग्री घषर्ण

प्रात: 09.30 – महामुनि श्री आदिनाथ जी की आहारचर्या, राजा सोमप्रभ एवं राजा श्रेयांस द्वारा आहारदान, पंचाश्चर्य वृष्टि

मध्यान्ह 01.00 – केवल ज्ञान क्रियाएं पर्दे के अंदर कल्याण माला, संस्कार माला रोपण, अंकन्यास, मंत्रन्यास, अधिवासना विधि, नाभि तिलकदान, नयनोन्मीलन, प्राण प्रतिष्ठा मंत्र, सूर्य मंत्र केवल ज्ञानोत्पत्ति आदि क्रिया विधि पूज्य आचार्य श्री द्वारा।

मध्यान्ह 03.30 – कुबेर द्वारा समवशरण रचना- समवशरण उद्घाटन एवं समवशरण पर भगवान की दिव्यध्वनि, प्रश्नोत्तर व केवल ज्ञान पूजन।

रात्रि 07.15 – आरती, भजन, नृत्य, विद्वानों द्वारा प्रवचन, प्रश्न मंच व प्रतिष्ठाचार्य, विद्वानों का सम्मान समारोह

रात्रि 08.30 – भगवान शांतिनाथ नृत्य नाटिका

निर्वाण कल्याणक

शुक्रवार, 29 जनवरी 2016

प्रात: 06.00 – कैलाश, पर्वत से श्री आदिनाथ जी द्वारा योग निरोध ध्यान शेष अघातिया कर्मो का क्षय करके मोक्ष गमन

प्रात: 06.30 – अग्नि कुमार देवों द्वारा अग्नि संस्कार

प्रात: 07.00 – नित्य पूजनाभिषेक व मोक्ष कल्याणक पूजन एवं वि शान्ति महायज्ञ पूर्णाहूति पूजा अन्त विधि (विर्सजन)

प्रात: 08.30 – परम पूज्य आचार्य श्री एवं मुनिश्री के मंगल प्रवचन

प्रात: 09.30 – पांडाल से मन्दिर तक रथयात्रा

प्रात: 10.30 – नवनिर्मित वेदी में भगवान विराजमान शिखर कलशारोहण, ध्वजा स्थापन, छत्र, चंवर आदि स्थापन वेदी में

प्रात: 12.00 – ध्वजा अवरोहण एवं समापन


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