द्रव्यानुयोग के प्रमुख ग्रंथ द्रव्य संग्रह की बारहवीं पाठशाला का शुभारंभ


यह हमारा सौभाग्य है, संत शिरोमणि आचार्य श्री 108 विद्यासागर जी महाराज के परम आज्ञानुवर्ती शिष्य परम पूज्य अर्हं योग प्रणेता प्राकृत मर्मज्ञ मुनि श्री 108 प्रणम्य सागर जी महाराज की मंगलमय वाणी में, द्रव्यानुयोग के प्रमुख ग्रंथ द्रव्य संग्रह का स्वाध्याय बहुत ही सरल रूप में कर रहे हैं । अब तक द्रव्य संग्रह के 11 ग्रुपों एवं प्राकृत के 8 ग्रुपों में द्रव्य संग्रह का स्वाध्याय चल रहा है। लोगों की बढ़ती हुई संख्या और उनकी रुचि को देखकर ज्येष्ठ शुक्ल पंचमी ‘श्रुत पंचमी’ के पावन अवसर द्रव्य संग्रह की बारहवीं पाठशाला का शुभारंभ होने जा रहा है। आप इस पाठशाला से जुड़कर अपने एवं अपनों के ज्ञान को और अधिक सुदृढ़ बनाए।
शुभारंभ:-
दिनांक : 27 मई,
तिथि : जेष्ठ शुक्ला पंचमी ‘श्रुत पंचमी’

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श्रीमान अजेश जैन जी ‘शास्त्री’, रेवाड़ी
9784601548

श्रीमती नेहा जैन जी ‘प्राकृत’, रेवाड़ी
9817006981

श्रीमती स्मिता जैन जी, पुणे
8600555502

श्रीमान ऋषभ जैन जी, दिल्ली
9999904199

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