आचार्य ज्ञानसागर जी महाराज ने किया केशलोच


बारा। श्री दिगंबर जैन अतिशय क्षेत्र नसियां जी  जैन मंदिर मेआचार्य 108  ज्ञानसागर जी महाराज  विराजित है  उन्होंने मांगलिक प्रवचन मे  कहा कि जीवन के हर क्षेत्र  में सहिष्णुता होना बहुत जरूरी है। दुकान पर तो आप सहनशील होते हैं,  ग्राहक के प्रति गुस्सा करोगे तो कोई भी ग्राहक दुकान पर नहीं आएगा।

अगर  ग्राहकों के आने पर व्यवहार में मिठास रखते हो, सहिष्णुता रखते हो तो अधिक  ग्राहक आएंगे। शिक्षा के क्षेत्र में शिक्षक अगर सहिष्णु होगा, तभी वह सभी  छात्रों की नजर में उच्च स्थान हासिल कर सकता है। किसी के घर आप सहिष्णु  बनकर जाते हो अगर उस समय किसी भी प्रसंग पर उत्तेजित हो जाओगे तो लोग यही  कहेंगे कि इसको इतनी भी तमीज नहीं है।

केशलोच करना भी एक मूलगुण आचार्य श्री

आचार्य भगवन नेकेशलोच पर प्रकाश डाला उन्होने कहा क्षमा वह शस्त्र है जिसके सहारे हर  क्षेत्र में विजय हासिल करते हैं। इसलिए जीवन में क्षमा को स्थान दो।  आचार्य ने कहा कि दिगंबर साधु के 28 मूलगुण होते हैं। जिसमें केशलोच करना  भी एक मूलगुण है।

केशलोच को देखकर सभी को लगता है कि दिगंबर साधु कितनी  कठोर चर्या सहन करते हैं। जिस तरह किसान घास-फूस को उखाड़कर फेंक देता है,  इसी तरह दिगंबर साधु कम से कम दो माह में अधिक से अधिक चार माह में केशलोच  करते हैं। दिगंबर साधु जीवन की प्रयोगशाला में भेद विज्ञान का प्रयोग करते  हैं। शरीर अलग है, आत्मा अलग है इसका अनुभव करते हैं। जैन समाज के अध्यक्ष  अशोक सेठी ने बताया कि रविवार सुबह आचार्य ने केशलोच की।

संगोष्ठी में  आचार्य ने बताए जैन सिद्धांत:

बारां. शहर के शाहाबाद रोड स्थित जैन नसियां  मंदिर में आचार्य श्री ज्ञानसागर जी  महाराज एवं मुनि श्री  ज्ञेयसागर जी महाराज विराजमान  हैं। लाॅकडाउन एवं कोरोना महामारी को ध्यान में रखते हुए शनिवार को आचार्य  ने जनजागरण एवं जैन सिद्धांतों की ऑनलाइन जानकारी दी। इस दौरान आचार्य  ज्ञानसागर महाराज की मौजूदगी में यूनिवर्सल जैन लाॅयर्स एसोसिएशन (उजला) ने  बैव संगोष्ठी का आयोजन किया। जिसमें भारतीय उच्च न्यायालय की सायबर लॉ  एक्सपर्ट खुशबू जैन ने आरोग्य सेतु एप से निजता के अधिकार के उल्लंघन के  सवालों के जवाब दिए। उजला के को- ऑर्डिनेटर एडवोकेट सुरेंद्रमोहन जैन ने  अभिनंदन किया। जस्टिस अभय गोहिल, एडवोकेट अजयवीर सिंह व एडवोकेट सुशील  कुमार ने भी विचार व्यक्त्त किए। एडवोकेट गौरव जैन ने सेमिनार का संचालन  किया। आचार्य श्रीज्ञानसागर जी महाराज ने वेब संगोष्ठी में बताया कि किस तरह साइबर क्राइम  से बचा जा सकता है।

 

  — अभिषेक जैन लूहाडीया रामगंजमंडी


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