मंगलवार सुबह 8बजे आचार्य प्रणाम सागर महाराज का ससंघ बेड़िया से सनावद नगर में आगमन हुआ।


सनावद: मंगल आगमन की शोभायात्रा खरगोन रोड चौधरी फ्युल सेश्री पार्श्वनाथ दिगम्बरजैन बड़ा मंदिर जी मे पहुंची। जिसमें सोशल डिस्टेंस का पालन करते हुए मास्क पहनकर समाज बंधु शामिल हुए। संत का सानिध्य 2020 के चौमासा में समाजजनों को मिलेगा।

समाज प्रवक्ता सन्मति जैन ने बताया की नगरामन पर आचार्यश्री ने आशीर्वचन में कहा कि जहां से 10 चक्रीय काम कुमार मोक्ष जाते हैं उसे सिध्दवरकुट कहते हैं और जहां से वर्धमान सागर जी जैसे संत जन्म लेते हैं उसे सनावद कहते हैं। यहांजो संतों की रजसे पूजा जाता है संतों की आस्था से जुड़ा हुआ स्थान जहां उठते से सबसे पहले भजनो आवाज आती है भगवन की याद आती है जहां सबसे पहले उठते के साथ मंदिरों की घंटियों की आवाज सुनाई देती है जहां सबसे उठते के साथ णमोकार मंत्र सुनाई देता है ऐसा लगता है सनावद सनावद नहीं किसी सिद्ध सिद्ध क्षेत्र में निवास किया करते हैं इसका प्रभाव आप आज स्वयंम देख रहे है जहाँ से आज अनेक संत आज अपने पथ पर अग्रसर है। आपने समाज जनों को इस कोरोना काल में सामाजिक दूरी बनाएं रखने का संदेश भी दिया। कार्यक्रम का शुभारंभ मंगलाचरण महिमा जैन के मंगलाचरण से हुआ तथा संचालन प्रशांत चौधरी द्वारा किया गया। इस दौरान समाज अध्यक्ष मनोज जैन मुनि त्यागी समिति अध्यक्ष मुकेश जैन हेमन्त काका सरल जटाले रिंकेश जैन पवन गोधा राहुल स्वास्तिक कमलेश जैन अतिशय जैन मोसम जैन परिन आशीष जैन आदि मौजूद थे।

 


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