शादी की ड्रेस नहीं किंतु 10 लाख बालिका स्कूलों को दान किये।


किसी भी लड़के या लड़की की शादी के प्रति रुहानी सपने और अरमान होते हैं। फिर चाहे वो दुल्हन/दूल्हा के जेवर, कपड़ों, पार्टी लॉन से लेकर वेडिंग प्लानिंग तक के बहुतेरे सपने संजोये हुए होते हैं। किंतु आईआईटी दूल्हे और फिल्म डायरेक्टर दुल्हन  ने अपने सादे शादी समारोह के दौरान दिखावे और आडंबर के विपरीत 10 लाख रुपये स्कूल को दान कर दिये। यहां तक कि दूल्हे और  दुल्हन ने शादी के लिए नयी ड्रैस तक नहीं खरीदी बल्कि शादी के बाद रिशेप्सन तक नहीं दिया गया।

जानकारी के अनुसार राजस्थान के कोटा नगर के पूर्व महापौर रत्ना जैन और डा. अशोक जैन का बेटा आयुष जैन IIT मुम्बई से पासआउस है और उसने अपनी स्वयं की कम्पनी बनायी है। दुल्हन इशिता दवे मूल रुप से अहमदाबाद की रहने वाली हैं और मुम्बई में असिस्टेंट फिल्म डायरेक्टर हैं और अवॉडेहड मूवी मिर्जा सहित कई फिल्मों और टीवी सीरियलों को असिस्ट किया है। इन दोनों की शादी 22 जनवरी को अहमदाबाद में एक सादे समारोह के रूप में हुई। दोनों तरफ से कुल 90 लोग शामिल हुए, जिसमें परिवारीजनों के अलावा कुछ दोस्त थे।

चार ढ़ोल के साथ साइकिल रिक्शे पर बारात निकली। परिजनों ने भी एक भी नयी ड्रैस नहीं खरीदी और शादी के बाद उक्त सभी से बचे लगभग 10 लाख रुपये बालिका स्कूल और एक जरूरतमंद बच्चों के लिए चल रहे एजूकेशन इंस्टीटय़ूट को दान में दे दिये। डा. रत्ना जैन ने बताया कि शादी से पहले ही दोनों परिवारों ने यह तय कर लिया था।

उसी के मुताबिक बेटियों की शिक्षा के लिए रामपुरा महारानी स्कूल को 3 लाख रुपये, नयापुरा बाग बालिका स्कूल को 3 लाख रुपये, जरूरुमंद बच्चों के लिए जनसहयोग से चलने वाली आस एकेडमी को 1 लाख और शेष 4 लाख रुपये अन्य बालिका स्कूलों को दान कर दिये।

खासबात यह रही कि शादी से पहले दूल्हे आयुष ने वेबसाइट पर लिख दिया था कि इस शादी में रिश्तेदारों की तरफ से जितनी भी राशि मिलेगी, उसमें उतनी ही राशि मिलाकर उसे भी दान के रूप में दे दिया जाएगा।


Comments

comments