यादव समाज की युवती ने आचार्यश्री की वाणी सुनकर हुआ हृदय पर्वितन, लिया आजीवन ब्रह्मचर्य व्रत


मध्य प्रदेश के जबलपुर नगर अंतर्गत तेंदूखेड़ा गांव में आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज के प्रवास चल रहा है। आचार्य श्री का यादव समाज की युवती पर ऐसा प्रभाव पड़ा कि वह सब कुछ छोड़ ब्रह्मचर्य व्रत लेने जा रही है। ऐसी युवती जिसे न जैन धर्म की एबीसीडी पता है और न ही वह इसके बारे में ज्यादा ज्ञान रखती है। उसके पश्चात भी उसका ऐसा हृदय परिवर्तन हुआ कि वह बीएससी साइंस एवं पीजीडीसीए का डिप्लोमा छोड़कर आचार्य श्री के चरणों में स्वयं को पूरी तरह से समर्पित कर रही है। घटना जबलपुर के ग्राम तेंदूखेड़ा इलाके की है। खमरियाकलां के पूर्व सरपंच हल्ले यादव की पुत्री रंजीता यादव पिछले लगभग 12 दिनों से आचार्य प्रवचन सुनने आ रही थी। आचार्य श्री के प्रवचन के दौरान उसे आत्मशुद्धि और जीवन में कुछ पाने के लिए उसे एहसास हुआ कि ऐसा आचार्य श्री की शरण में ही संभव है। उसके बाद रंजीता ने अपने परिवार में आजीवन ब्रह्मचर्य व्रत लेने की इच्छा जाहिर की। उसकी प्रबल इच्छा के कारण उसका पूरा परिवार उसके सामने नतमस्तक हो गया। उसके बाद उसके परिवार वाले तेंदूखेड़ा स्थित श्री दिगम्बर जैन शांतिनाथ मंदिर आचार्य श्री के पास पहुंचे और अपनी बेटी की इच्छा से अवगत कराया। रंजीता की प्रबल इच्छा को देखते हुए आचार्य श्री के दिशा-निर्देश पर मंदिर कमेटी प्रबंधन ने रंजीता को प्रतिभा स्थली भेजने की व्यवस्था की। वहां उसे जैन धर्मानुसार आचार, विहार, ग्रंथों आदि की शिक्षा दी जाएगी।


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