कोल्हुआ पहाड़ तीर्थक्षेत्र एक ऐसा बन्दनीय क्षेत्र है। जहा 10 वें तीर्थकर भगवान शीतलनाथ जी ने तपकर केवल ज्ञान प्राप्त किया था । एक अत्यन्त प्राचीन एवं रमणीक क्षेत्र है । पर्वत पर उपलब्ध जैन शिलालेख, मूर्तियां, मंदिर आदि क्षेत्र की प्राचीनता एवं संस्कृति की गौरव परम्परा का मूक यशोगान कर रहे हैं । पर्वत पर सिथत घने वन, सुगनिधत जड़ी-बुटियां, निर्मल जल से पूरित विशाल सरोबर और दूर-दूर तक फैली पर्वत श्रृंखलाएं इनकी प्रकृतिजन्य नैसर्गिक सौदार्य की अदभूत एवं आकर्षण घटा बिखेर रही हैं । यह क्षेत्र झारखण्ड प्रान्त के चतरा जिल के हंटरगंज प्रखण्ड में सिथत है। डोभी से चतरा जाने वाले मार्ग से 15 मील की दूरी पर घंघरी ग्राम है । यहां से 5 मील का कच्चा एवं सुन्दर मार्ग दन्तार को गया है । यहां दिगम्बर जैन भवन एवं चैत्यालय है । यही से थोड़ी दूर आगे चलकर पर्वत की चढ़ार्इ होती है ।
According to history Lord Sheetalnath, the tenth Tirthankara had accepted asceticism in the forest of Bhaddalpur named Sahetuk -Van. He practiced penance and meditation for three years trying to conquer the evils of worldly affection. Finally he attained nirvana on the day-Paush Krishna Chaturdashi. The four Kalyanakas of Lord Sheetalnath, Garbh-Janma-Tapa-Gyan Kalyanak are associated with this place. Bhaddalpur is now known as Bhondalgaon that is located in Chatra district of Jharkhand. The three other places located here, Bhadeja, Bhaddia and Bhadiyagaon. Bhondalgaon. However, Bhondalgaon is closely related to Jainism. Ruins of idols, temples and other symbols have been discovered from here.
COMMITTEE:
Vijay Chhabra Ji: 09934480546, 09304857844
093044- 82929 9334233665 (SARPANJ) 06186223149 09430607280 9431140416
How to reach:
Bus Stand: Ghanghari
Railway Station: GAYA (BIHAR) : 70 KM
Airport: Gaya
Road: GHANGRI MOD (घांगरी मोड़ ) : 6 KM BEST WAY : 32 KM FROM GAYA CITY – DOBHI GAON – CHATRA 26 KM घांगरी गाँव : FROM HERE 9 KM ROAD TO DANTAAR
Nearby Places:
Chatra, Gaya, Hajaribag.