Muktagiri, Madhya Pradesh


मुक्तागिरी शेत्र इसलिए कहा जाता हैं क्योंकि यहाँ पर मुनीश्वरो ने तथा महान साधको ने विशेष आत्म साधना की और सर्व कर्म बन्धनों से मुक्त होकर मुक्ति प्राप्त की साडे तिन करोड़ मुनिश्व्वरो की यह मोक्ष स्थली हैं. तीर्थंकर भ. शीतलनाथ का समोशार्ण यहाँ आने से यह तीर्थ शेत्र भी है. पवित्र आत्माओ के विचार तथा आभा मंडल द्वारा यह शटल पवित्र तरोंगों से भरा हुआ हैं.

Muktagiri Siddha Kshetra is situated in the lap of the ‘Satpuda’ Mountain range and it is surrounded by beautiful natural vegetation. It is ancient Siddha & Atishaya Kshetra. Its another name is also ‘Mendhagiri’ or ‘ Medhrgiri’. According to “Prakrit Nirvan Kand” and other texts, Muktagiri is place of attainment of Nirvan and about 3 & half crores of ‘Muniraj’ (Saints) have done meditation and attained salvation from here.

The Samavsharan of 10th Teerthankar Bhagwan Sheetalnath also arrived here and so it became sacred by footsteps of Bhagwan Sheetalnath.

How to reach:

Road: – Buses & Taxies are available for Paratwada from Baitool Railway Station.

Train: – Baitool Station – 100 km
Airport: – Nagpur – 200 km

Nearby Places:

Chikhaldara-Hill Station– 50 km

Badnera – 70 km (Hawara-Mumbai Line)

Akot – 75 km (Jaipur-Kachiguda Line)

Bhatkuli Jain – 85 km

Nemgiri (Jintoor) – 120 Km

Karanja – 120 km


Comments

comments

यदि आपके पास जैन धर्म से संबंधित कोई धार्मिक कार्यक्रम, गतिविधि, लेख, समाचार, या जैन धर्म से जुड़ी कोई अद्भुत जानकारी है जिसे आप देशभर में फैले हुए जैन समुदाय तक पहुँचाना चाहते हैं, तो आप हमें WhatsApp: 7042084535 या ईमेल: contact@jain24.com पर भेज सकते हैं। इसे आपके नाम के साथ प्रकाशित किया जाएगा।