Padampura, Rajasthan


यहाँ मुलनायक छठे तीर्थकर देवाधिदेव श्री १००८ पदम्प्रभु की

चमत्कारी प्रतिमा विराजमान है , जिसके दर्शनाथ देश-विदेश

से लाखो की संख्यामें श्रध्द्रालू प्रतिवर्ष पधारकर पुण्यार्जन एव्

शांती प्राप्त करते है | यहाँ श्रेध्दालुओं का शारीरिक, मानसिक,

आध्यात्मिक विकास के साथ-साथ लौकिक उन्नती का मार्ग भी प्रशस्त होता है |

वैशाक शुक्ला पंचमी संवत २००१ को बाड़ा-पदमपुरा की पवित्र भूमि पर पदमप्रभु भगवानकी सातिशय प्रतिमा का भू-गर्भ से प्रादुर्भाव हुआ | प्रतिमा के आकर्षण एव चमत्कार से प्रभावित हो हजारो श्रध्द्रालू यहाँ पधारने लगे एव यथायोग्य मनोभावनाओ की पूर्ति अल्प समय में ही लोगो को होने लगी | प्रतिमा के दर्शन मात्र से भूत-प्रेत तथा ऊपरी बाधाऔ से ग्रसित दू:खी व्यक्ति प्रफुल्लित होकर घर वापस जाते है | इसी से इस क्षेत्र का तीव्र गति से विकास हो रहा है |

दानवीर श्रेष्ठी श्री होरीलाल जी गोधा द्वारा प्रदत्त विशाल भूखंड पर इस अव्दितीय गोलाकार जिनालय का निर्माण होआ है | यहाँ वाचनालय, राजकीय, चिकित्सालय के साथ-साथ शीतल जल मंदिर, उपवन, राजकीय विघालय, डाक एव तार की समुचित व्यवस्थाओ के साथ आवास की आधुनिक सुविधा उपलब्ध है |

दानवीर श्रेष्ठी श्री होरीलाल जी गोधा द्वारा प्रदत्त विशाल भूखंड पर इस अव्दितीय गोलाकार जिनालय का निर्माण होआ है | यहाँ वाचनालय, राजकीय, चिकित्सालय के साथ-साथ शीतल जल मंदिर, उपवन, राजकीय विघालय, डाक एव तार की समुचित व्यवस्थाओ के साथ आवास की आधुनिक सुविधा उपलब्ध है |

 

जयपुर से ३३ किलोमीटर दक्षिण -पूर्व दिशा में राजमार्ग संख्या २ जयपुर-कोटा रोड

शिवदासपुरा से ५ किलोमीटर की दूरी पर स्थित है |

Padampura 33 km away from Pink city Jaipur. Situated on Jaipur – Kota Road.

5 km away from Shivdaspura.


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