सिहोनियां/मुरैना। दिगम्बर जैन अतिशय क्षेत्र सिहोनियां जी में विशाल एवम भव्य जिन प्रतिमा को वेदिका पर विराजमान किया गया। प्राप्त जानकारी के अनुसार अम्बाह नगर पालिका के पूर्व अध्यक्ष जिनेश जैन महेंद्र जैन सर्राफ परिवार की ओर से 31 फुट ऊंची 125 टन वजनी विशाल एवम भव्य जिनेंद्र प्रभु की पाषाण की खड़गासन प्रतिमा जैन तीर्थ सिहोनिया में विराजमान कराई जानी थी। परम पूज्य गुरुदेव युगल मुनिराज श्री शिवानंद जी महाराज एवम मुनिश्री प्रश्मानंद जी महाराज के पावन सान्निध्य में उक्त प्रतिमा जी को वेदिका पर विराजमान किया गया।
प्रतिमा जी को वेदिका पर विराजमान करने से पूर्व 4 फुट के कमल को स्थापित किया गया । प्रतिष्ठाचार्य मनोज शास्त्री अहारजी ने धार्मिक अनुष्ठान के साथ उपस्थित सभी बंधुओं और माताओं से कमल पर चांदी के स्वास्तिक रखबाएं ।
विशाल क्रेन द्वारा जैसे ही मूर्ति को उठाया गया, पूरा मंदिर प्रांगण भगवान शांतिनाथ जी के जयकारों से गूंज उठा । नवनिर्मित सफेद पाषाण की प्रतिमा हवा में झूलते हुए नवीन वेदिका पर विराजमान हुई ।
पूज्य युगल मुनिराजों ने धर्म सभा को संबोधित करते हुए जिन प्रतिमा की स्थापना एवम तीर्थ क्षेत्रों की महिमा का गुणगान करते हुए उपस्थित सभी बंधुओं को शुभाशीष प्रदान किया । वार्षिक मेला एवम महामस्तकाभिषेक के पावन अवसर पर मूलनायक भगवान शांतिनाथ जी का जलाभिषेक एवम शांतिधारा करने का सौभाग्य पटेल नगर दिल्ली निवासी चौधरी मोहित जैन चीकू को प्राप्त हुआ।
इस पावन एवम पुनीत अवसर पर दिल्ली, आगरा, भिंड, ग्वालियर, अंबाह, मुरैना, धौलपुर, गोहद सहित सम्पूर्ण भारतवर्ष से हजारों की संख्या में जैन धर्मावलंबी उपस्थित थे। उपस्थित सभी बंधुओं के लिए जैन युवा क्लब – सोनू मित्र मंडल की ओर से वात्सल्य भोज, मुरैना के युवा साथियों की ओर से स्वल्पाहार एवम अरिहंत सेवा मंडल अंबाह द्वारा शीतल जल की व्यवस्था की गई थी ।
— मनोज जैन नायक