Home Jain News Acharya Vidyasagar – महाराज जी ससंघ का धर्मनगरी डोंगरगढ़ में भव्य मंगल प्रवेष

Acharya Vidyasagar – महाराज जी ससंघ का धर्मनगरी डोंगरगढ़ में भव्य मंगल प्रवेष

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Acharya Vidyasagar – महाराज जी ससंघ का धर्मनगरी डोंगरगढ़ में भव्य मंगल प्रवेष

संत षिरोमणि 108 आचार्य श्री विद्यासागर महाराज जी ससंघ का धर्मनगरी डोंगरगढ़ में 19 नवम्बर दिन रविवार को प्रातः 7 बजे भव्य मंगल प्रवेष।
श्री दिगम्बर जैन मंदिर समिति, श्री दिगम्बर जैन चंद्रगिरि तीर्थ क्षेत्र कमेटी एवं श्री प्रतिभास्थली ज्ञानोदय विद्यापीठ डोंगरगढ़ आप सभी धर्म प्रेमी बन्धुओं को सादर आमंत्रित करती है कि आचार्य श्री विद्यासागर महाराज जी के ससंघ की मंगल अगुवानी में शामिल होकर धर्मलाभ लेवें।
दिनांक 17 नवम्बर 2017 दिन शुक्रवार को आचार्य श्री ससंघ का विहार दोपहर 01ः30 बजे डोंगरगांव से डोंगरगढ़ के लिये हुआ। रात्रि विश्राम बीरगांव में हुआ।
दिनांक 18 नवम्बर 2017 दिन शनिवार को आचार्य श्री ससंघ का विहार बीरगांव प्रातः 06ः00 बजे हुआ । यह विहार अद्वितीय है क्योंकि केवली भगवान का समवषरण भी डोंगरगांव से डोंगरगढ़ की ओर विहार कर रहा है । इस विहार में देव, शास्त्र और गुरू तीनों धर्म प्रभावना कर रहे हैं और रास्ते में प्रत्येक गांव के लोग इसका दर्षन कर धर्मलाभ ले रहे हैं। इस विहार में प्रतिभास्थली की बच्चीयाँ भी मार्च पास्ट कर पद विहार कर रही है। आज आचार्य श्री की पूजा प्रतिभास्थली की बच्चीयों के द्वारा की गयी इसके पष्चात ग्राम कोल्हियापुरी के ग्रामवासियों द्वारा आचार्य श्री को श्रीफल भेंट किया गया एवं प्रवचन के लिये निवेदन किया गया तो आचार्य श्री ने कहा कि –
‘‘किसान भगवान भरोसे होते हैं’’ क्योंकि वे मुख्य रूप से कृषि करते हैं जो कि काफी मेहनत का काम है और वर्षा आदि के लिये उन्हे भगवान भरोसे रहना पड़ता है।
‘‘किसान मालगुजार होते हैं’’। किसान अनाज उत्पन्न कर उसे शहर, नगर, मंडी आदि जगह लेजाते हैं और उनकी मेहनत के अनाज (माल) पर बाकी सबका गुजारा होता है। किसान अन्न दाता होता है और वह 4 से 6 माह कृषि का काम करता है और फिर साल के बचे दिनों में अपने घर पर ही वस्त्र आदि का निर्माण (उत्पादन) भी स्वयं कपास, रूई आदि के द्वारा अपने परिश्रम से ही करता है वह इसके लिये किसी पर निर्भर नही होता।
तत् पष्चात आचार्य श्री का विहार कोल्हियापुरी से दोपहर 01ः30 बजे हुआ। आज रात्रि विश्राम मुर्मुंदा में हुआ और दिनांक 19 नवम्बर 2017 को केवली भगवान का समवषरण आचार्य संघ सहित प्रातः 7 बजे चंद्रगिरि तीर्थ क्षेत्र डोंगरगढ़ में पहुंचेगा जिसके स्वागत के लिये पूरी तैयारी हो चूकी है। यह मंगल प्रवेष अद्वितीय होगा क्योंकि इसमें देव, शास्त्र और गुरू तीनों को एक साथ विहार में देखना अद्भुत दृष्य होगा।
श्री दिगम्बर जैन चंद्रगिरि तीर्थ क्षेत्र कमेटी एवं श्री दिगम्बर जैन समाज डोंगरगढ़ आप सभी धर्म प्रेमी बन्धुओ का हार्दिक अभिनन्दन करती है कि आप सभी इस अद्वितीय, अद्भुत भव्य मंगल प्रवेष में शामिल होकर धर्म लाभ लेवें।
उपरोक्त जानकारी चंद्रगिरि के ट्रस्टी निषांत जैन (निषु) के द्वारा दी गई है।


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