चातुर्मास हेतु नगर में 400 संतों का हुआ प्रवेश


सूरत, जैन संतों के चातुर्मास स्थापना का सिलसिला लगातार जारी है। इसी क्रम कें जैन बहुल कैलाशनगर में 300 से ज्यादा साधु-साध्वीवृंद का मंगल प्रवेश हुआ। इसके अलावा नगर के अन्य क्षेत्रों में भी चातुर्मास पर संतों के मंगल प्रवेश को लगातार आयोजित हो रहे हैं। ओमकार सूरी समुदाय के आचार्य यशोविजय महाराज आदिठाणा 150 साधु-साध्वियों के संघ के साथ प्रात: 08.30 बजे विशाल शोभायात्रा निकाली गयी, जो कैलाश नगर स्थित आदिनाथ जिनालय से शुरू होगर स्वागत कॉम्पलेक्स, आरटीओ, मजूरागेट, महादेवनगर एवं कैलाशनगर से होकर नूतन उपाश्रय पहुंची और बाद में एक विशाल धर्मसभा में परिवर्तित हो गई।

शोभायात्रा में रथ, बैंष- बाजों सहित कई झाकियां आदि शामिल की गयी थी। शोभायात्रा में हजारो श्रद्धालु नाचते-झूमते अपनी भक्ति का प्रदर्शन कर साथ चल रहे थे। जगह-जगह शोभायात्रा का स्वागत किया गया। कैलाशनगर के अलावा नगर के नानपुरा कदम्ब भवन में आचार्य योगतिलक सूरी आदिठाणा 200 साधु-साध्वियों के साथ चातुर्मास हेतु विशाल शोभायात्र सहित मंगल प्रवेश हुआ। इसी तरह गोपीपुरा में शीतलवाड़ी खरतरगच्छ जैन संघ की ओर से साध्वी सूर्यप्रभाश्री आदिठाणा 5 की शोभायात्र निकाली गई। उधना तेरापंथ भवन में रविवार को साध्वी निर्वाणश्री समेत अन्य साध्वीवृंद का चातुर्मास प्रवेश का कार्यक्रम आयोजित किया गया।

इस अवसर पर श्री जैन श्वेताम्बर तेरापंथी सभा, उधना की ओर से क्षेत्र में अनुशासन रैली का आयोजन किया गया। बाद में साध्वीवृंद ने अपने संबोधन में कहा कि चातुर्मास आध्यात्मिक आराधना, त्याग-तपस्या के माध्यम से आत्मशक्ति को विकसित करने का अवसर है। साध्वी डा. योगक्षेमप्रभा ने कहा कि तेरापंथ धर्मसंघ अनुशासन, समर्पण और बलिदान की बुनियाद पर स्थित है। इस मौके पर मनपा ड्रेनेज कमेटी के चेयरमैन सुधा नाहटा समेत अन्य अतिथियों का सम्मान किया गया।


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