लाल किले पर अर्हं ध्यान एवं योग करा कर मुनि श्री प्रणम्य सागर जी महाराज ने रचा नया इतिहास


देश की राजधानी दिल्ली में स्थित लाल किला हमें तब याद आता है, जब हम इतिहास पढ़ते हैं या फिर तब उसका नाम याद आता है, जब 15 अगस्त पर प्रधानमंत्री का भाषण लाल किले पर होता है। लेकिन इस वर्ष लाल किले का नाम एक बार और सुर्खियों में आया। जी हां , वह शुभ दिन था 23 जून 2019 का।

इस दिन आचार्य श्री 108 विद्यासागर जी महाराज के परम प्रभावक शिष्य अर्हं योग प्रणेता मुनि श्री 108 प्रणम्य सागर जी महाराज ने लाल किले पर एकदम अलग तरह का अनोखा अर्हं ध्यान एवं योग कराया। 13000 से भी ज्यादा लोगों ने बड़े उत्साह और उत्सुकता के साथ इसमें भाग लिया। लोगों में इतना उत्साह और खुशी थी कि सुबह 5:00 बजे से ही उपलब्ध कराया गया स्थान कम पड़ने लगा।

दृश्य इतना सुहावना था कि जिसकी आंखों ने यह नजारा देखा वह हमेशा के लिए उसके मन में बस गया। हो भी क्यों ना, इससे पहले ऐसा नजारा लाल किले पर कभी देखने को नहीं मिला। एक तरफ परम पूज्य मुनि श्री के पावन चरण कमल पड़ने से लाल किले की भूमि भी पावन हो गई तो दूसरी तरफ उनके शुभ परमाणुओं और आभामंडल से निकलने वाली पावन किरणें चारों तरफ ऐसी फैली कि मानो लाल किले का भी भाग्य उस दिन जाग गया हो। यही नहीं, जब महान तपस्वी, योगी परम पूज्य मुनि श्री 108 प्रणम्य सागर जी ने ध्यान योग वहां पर कराया तो ऐसा महसूस हुआ जैसे चारों तरफ positive waves चलने लगी हों। वहां बैठा हर शख्स आनंद और खुशी से भर गया। इस आनंद को जिसने महसूस किया वही जानता है। शब्दों में उसका वर्णन करना तो कम ही है। इन वीडियो में उस दिन होने वाले ध्यान योग की कुछ झलकियां आप देख सकते हैं।


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