चूरू (छापर). हजारों किलोमीटर की यात्रा में युग प्रधान आचार्य महाश्रमण निरन्तर प्रलम्ब विहार कर कई गांवों से होते हुए छापर की ओर गतिमान है। जगह-जगह आचार्य का स्वागत किया जा रहा है। कस्बे में जैन धर्मावलंबियों के साथ आमजन भी पलक पावड़े बिछाए स्वागत करने को आतुर हैं। लोग पलकें बिछाए स्वागत करने का इंतजार कर रहे हैं।
चातुर्मास व्यवस्था समिति के अध्यक्ष माणक नाहटा ने बताया कि व्यवस्था समिति के निर्देशन में संघीय संस्थाओं द्वारा दायित्वों का निर्वहन कर चार माह में होने वाले कार्यों की रूप रेखा तैयार कर ली गई है।
संघीय संस्थाओं में जैन श्वेताम्बर तेरापंथ सभा, तेरापंथ महिला मंडल, अणुव्रत समिति तथा तेरापंथ युवक परिषद आदि के पदाधिकारी टीम के साथ चातुर्मास को भव्य रूप से बनाने के लिए दिन रात जुटे है। तैयारियां लगभग पूरी हो चुकी है।
लंबे अंतराल के बाद छापर में होने वाले चातुर्मास पर आचार्य महाश्रमण के आगमन को लेकर तेरापंथ महिला मंडल ने अपने स्तर की सारी तैयारियां पूर्ण कर ली है। चातुर्मास व्यवस्था समिति की ओर से अन्य कोई जिम्मेदारी मिलती है तो सहर्ष कार्य को अंजाम तक पहुंचाने व चातुर्मास को सफल बनाने में दिन रात लगे हैं।
सरिता सुराणा, अध्यक्ष, तेरापंथ महिला मंडल, छापर
सात दशक बाद छापर में चौमासा हो रहा है पूज्य गुरुवर आचार्य महाश्रमण चातुर्मास के लिए निरन्तर छापर की ओर बढ़ रहे है हम सभी के लिए गौरव के पल है।अणुव्रत समिति के साथ साथ सभी संस्थाए व छापर का जनमानस आचार्य की सेवा का लाभ लेने के लिए आतुर है।
प्रदीप सुराणा, अध्यक्ष, अणुव्रत समिति छापर
हाल ही में तेरापंथ सभा के चुनाव सम्पन्न हुए है जिसमें समाज ने मुझ पर विश्वास जताया है, जल्द ही कार्यकारिणी गठित ली जाएगी। चातुर्मास व्यवस्था समिति व अन्य संस्थाओं से लगातार संपर्क बनाए हुए है।आचार्य के चातुर्मास को सफल व भव्य रूप देने व आचार्य की सेवा के लिए हम सभी पूरी ऊर्जा के साथ लगे हैं।
विजय सेठिया, अध्यक्ष, जैन श्वेताम्बर तेरापंथ सभा, छापर
गुरुदेव का पावन चातुर्मास हम सभी के लिए गौरवशाली क्षण है,ऐसे महाकुंभ में किसी संस्था का नेतृत्व करना अपने आप मैं अदभुत है।मुख्य जिम्मेदारी जो हमें चातुर्मास के दौरान निभानी है वे है प्रवचन पांडाल व्यवस्था, भोजनालय व्यवस्था, साधु साध्वियों के गोचरी एवम् चिकित्सा व्यवस्था ।इसके साथ साथ जो भी जिम्मेदारी हमें मिलेगी हम उसे निभाने में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे।
सौरभ भूतोडिया, अध्यक्ष, तेरापंथ युवक परिषद, छापर
Source: Patrika