जिन मन्दिरों में हो स्वाध्याय गद्दी की स्थापना


जयपुर। स्वाध्याय का शाब्दिक अर्थ है स्व + अध्याय अर्थात निज आत्मा का अध्ययन करना। पूर्व में जिन मन्दिरों में स्वाध्याय के रूप में शास्त्रवाचन किया जाता , जिन्हें स्वाध्याय गद्दी कहा जाता था।

जैन पत्रकार महासंघ ने जिन मन्दिरों में स्वाध्याय गद्दी की स्थापना पर विशेष प्रयास प्रारम्भ किया है
जैन पत्रकार महासंघ के राष्ट्रीय महामंत्री उदयभान जैन जयपुर के अनुसार महासंघ की वार्षिक कार्ययोजना में विशेष रूप से उक्त बिन्दु का समर्थन सलाहकार मंडल के सम्मानीय सदस्य श्रीमान हंसमुख गांधी इंदौर ,डॉ अनुपम जैन इंदौर ,सुनील जैन पूर्व विधायक सागर, राष्ट्रीय अध्यक्ष रमेश जैन तिजारिया, राष्ट्रीय वरिष्ठ उपाध्यक्ष डॉ अनिल कुमार जैन जयपुर, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राजेंद्र महावीर जैन सनावद , राष्ट्रीय संयुक्त महामंत्री अकलेश जैन अजमेर, सुनील संचय ललितपुर , राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष दिलीप जैन जयपुर ,राष्ट्रीय संगठन मंत्री जनर्लिस्ट मनीष जैन विद्यार्थी शाहगढ़, राष्ट्रीय मंत्री डॉ प्रगति जैन इंदौर, राकेश चपलमन कोटा, डॉ मनीषा जैन लाडनूं, राष्ट्रीय प्रचार मंत्री महेंद्र बैराठी जयपुर एवं राष्ट्रीय सांस्कृतिक मंत्री संजय बड़जात्या कामा, भरतपुरआदि पदाधिकारियों के अतिरिक्त उपस्थित आजीवन सदस्य, साधारण सदस्य एवं अनेकों श्रावकगणों ने प्रमुख रूप से किया ।

प्रत्येक जिन मन्दिरों की समितियों से निवेदन है कि जिन मन्दिरों में स्वाध्याय गद्दी (शास्त्र सभा) की स्थापना करें, और प्रतिदिन शास्त्र वाचन कर जिन शास्त्रो से समाज के प्रत्येक वर्ग के साथ युवा वर्ग को जोड़कर धर्म ध्वजा को आगे ले जाया जाए।

— उदयभान जैन जयपुर


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