खनियाँधाना मे हुआ भव्य मंगल कलश स्थापना समारोह।


खनियाॅधाना -:- बुन्देलखंड  की धर्म नगरी खनियाधाना मे पारसनाथ दिगम्वर जैन बडा मन्दिर  जी मे शनिवार को परम पूज्य गुणाचार्य श्री विराग सागर महाराज जी के परम शिष्य मुनि श्री विशोक सागर जी महाराज एवं मुनि श्री विदेह सागर जी महाराज के सानिध्य मे चतुर्मास मंगल कलश की स्थापना कि गई ।

मंगल कलश स्थापना से पूर्व पारसनाथ दिगम्वर जैन बडा मन्दिर जी के शिखर पर ध्वजारोहण श्री नन्हेलाल प्रदीपकुमार राजेशकुमार जी के द्वारा किया गया । ध्वजारोहण के पश्चात सकल दिगम्वर जैन समाज ने भव्य शोभायात्रा मे महिलाएँ  केसरिया साडी मे सिर पर कलश रखकर भव्य प्रभावना शोभायात्रा  निकाली गई। भव्य शोभायात्रा  श्री पारसनाथ दिगम्वर जैन बडा मन्दिर पहुची जहाँ परम पूज्य मुनि श्री विशोक सागर जी महाराज एवं मुनि श्री विदेह सागर जी महाराज जी के पाद प्रक्षालन किया गया यह सोभाग्य डाँ. श्री सगुनचन्द्र जैन अशोकनगर परिवार को प्राप्त हुआ। कार्यक्रम की शुरुआत  मंगलाचरण  से हुई । इसके बाद दीप प्रज्जवलन तथा चित्र अनावरण से हुआ ।

प्रथम कलश- डॉ श्री मान् सगुन चंद जी अशोकनगर वालो को प्राप्त हुआ।

दुतीय कलश- श्री नन्हेलाल, प्रदीप कुमार, राजेश कुमार जी (छोटी बामौर) खनियाधाना को प्राप्त हुआ ।

तृतीय कलश- श्री मान् पदम् चंद जैन (मुनि विशोक सागर जी महाराज के परिबार जन)को प्राप्त हुआ ।

चतुर्थ कलश- श्री मति विमला देवी जी जैन को प्राप्त हुआ ।

पंचम कलश-श्री मान राजेश कुमार खजरा खनियाधाना को प्राप्त हुआ ।

छठवा कलश- श्री मान् महेंद्र कुमार जी शिक्षक खनियाधाना को प्राप्त हुआ ।

सातवाँ कलश-श्री मान वीरेंद्र जी सिंघई खनियाधाना को प्राप्त हुआ ।

आठवां कलश- श्री मान प्रवीण जैन कटपीस गुना वालो को प्राप्त हुआ ।

नवमा कलश-श्री सगुन चंद जी गंजबासौदा वालो को प्राप्त हुआ ।

दसवाँ कलश- श्री मान् ज्ञानचंद जी जैन ललितपुर(मुनि श्री विशोक सागर जी महाराज के परिवार जन)  को प्राप्त हुआ ।

ग्यारवाँ कलश- श्री मान् महेंद्र कुमार भरतेश कुमार जी अछरोनी वालो को प्राप्त हुआ ।

बारहवाँ कलश- श्री मान् शांतिबाई कुंदनलाल जी चौधरी खनियाधाना वालो को प्राप्त हुआ ।

तेरहवाँ कलश-श्री मान् अर्चना शाह,राजेश शाह बीना  वालो को प्राप्त हुआ ।

चौदह वाँ कलश-  श्री मान् रविन्द्र कुमार जी झाँसी वालो को प्राप्त हुआ ।

पन्द्रहवां कलश- खेमचंद जी,अभय कुमार जी,अजय कुमार जी चौधरी,खनियाधाना वालो को प्राप्त हुआ ।

और बारह कलश और स्थापित किये गए।

महामहोत्सव मे :-

दिल्ली .सोनिपत.गुना.अशोकनगर.झॉसी.ललितपुर.म्याना.बीना.बामोरकलॉ .अछरौनी.मुहारी. पपरौदा आदी विभिन्न जगहो से मुनि श्री जी के भक्त भव्य मंगल कलश स्थापना समारोह मे उपस्थित हुऐ थे |

समीपस्थ क्षेत्र-अति प्राचीन अतिशय क्षेत्र तीर्थोदय गोलाकोट जी,धर्मोदय पचराई जी।

 

  • स्वप्निल जैन (लकी), खनियाँधाना जिला- शिवपुरी (म.प्र.)

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