मोक्ष कल्याणक के साथ पूर्ण हुआ, शाहदरा, पंचकल्याणक प्रतिष्ठा महोत्सव


श्री जिनिबिम्व पंचकल्याणक प्रतिष्ठा महोत्सव के पांचवें दिन 13 मार्च, 2016 रविवार के कार्यक्रमों में प्रात: मंत्र आराधना, नित्य पूजन, तप कल्याणक पूजा, हवन, मंगल प्रवचन हुए। इसके बाद मुनिराज आदिनाथ की प्रथम आहारचर्या का मार्मिक मंचन बखूबी चित्रित किया गया। जब छह माह की कठिन साधना के बाद मुनिराज पहली बार आहार के लिए निकतलते हैं तो वहां के लोगों को आहारच दान का कुछ पता नहीं होता और वो आहारस्वरूप ऐसी चीजें देते हैं, जिनका मुनिराज त्याग कर चुके हैं।  इस तरह मुनिराज मुस्कराते हुए एक गांव से दूसरे गांव पैदल भ्रमण करते रहते हैं। भ्रमण करते-करते वह हस्तिनापुर नगर में पहुंच जाते हैं। जब वहां के राजा श्रेयांस और सोम को मुनि दर्शन होते ही अपने पूर्व जन्म का ज्ञान होता है। इस तरह दोनों राजाओं को आहारचर्या का ज्ञान हो जाता है। इसके बाद मुनिराज का छह माह बाद पहली बार आहार पूर्ण होता है। आहारपूर्ण होते ही देव पंचवृष्टि करने लग जाते हैं। इसके बाद दोपहर के कार्यक्रमों में मंत्राराधन, अधिवासना तिलकदान, मुखोद्घाटन, नेत्रोन्मीलन, प्राण प्रतिष्ठा, सूरी मंत्र, केवलज्ञानोत्पत्ति समवशरण रचना, गणधर के रूप में मुनिराज का उद्बोधन, ज्ञान कल्याणक पूजा की क्रियाएं सम्पन्न हुई।

IMG_20160313_150458 web

रात में पंचकल्याणक महोत्सव के भव्य मंच पर विराट हास्य कविसम्मेलन आयोजित किया गया। श्री जिनिबिम्व पंचकल्याणक में मोक्ष कल्याणक के दिन प्रात: मंत्र आराधना, भगवान आदिनाथ का कैलाश पर्वत पर दर्शन और निवार्ण प्राप्ति, गुणारोपण, निवार्ण कल्याणक की पूजा, नित्यमह पूजन एवं शांति हवन हुआ। उसके पश्चात पंचकल्याणक पांडाल से मंदिर जी तक भव्य शोभायात्रा निकाली गयी और नवीन वेदी में जिनबिम्ब स्थापना, कलशारोहण और ध्वजारोहण की क्रिया विधि पूर्वक पूर्ण की गयी।

IMG_20160314_114416-web

पंचकल्याणक प्रतिष्ठा महोत्सव कार्यक्रम में उमेश चंद्र जैन (प्रधान), सुरेश चंद्र जैन (उपप्रधान), विकास कुमार जैन (कोषाध्यक्ष), रमेश चंद्र जैन (मंत्री), अनिल कुमार जैन (उपमंत्री), राम कुमार जैन (प्रबंधक), राकेश कुमार जैन (सदस्य), मुकेश कुमार जैन (सदस्य), पंकज कुमार जैन (सदस्य), राजबीर जैन (सदस्य), दमन जैन (सदस्य), सीए कमलकांत जैन (ऑडिटर) सहित जैन समाज के हजारो लोग उपस्थित रहे।


Comments

comments