एक और इतिहास का साक्षी बना मिथिलापुरी तीर्थ, 33 फुट ऊँची तीन विशाल खडगासन प्रतिमाए होगी स्थापित


मिथिलापुरी (सीतामढ़ी/बिहार) :- नेपाल बॉर्डर के समीप बिहार की पौराणिक एवं आध्यामिक नगरी श्री मिथिलापुरी जी दिगम्बर जैन तीर्थ क्षेत्र जहाँ जैन धर्म के 19वें तीर्थंकर भगवान मल्लिनाथ स्वामी एवं 21वें तीर्थंकर भगवान नमिनाथ स्वामी के चार-चार कल्याणक (गर्भ, जन्म, तप एवं केवलज्ञान) से सुशोभित पावन भूमि है। जिसकी स्थापना पिछले वर्ष 2022 में आचार्य श्री प्रमुख सागर जी महाराज ससंघ के सानिध्य में हुई थी। तब से यात्रियों के आने का सिलसिला लगातार बना हुआ है।

झंडोतोलन, भूमि पूजन एवं वेदी स्थल शुद्धिकरण कर निर्माण का कार्य हुआ प्रारंभ
दिनांक- 04/09/2023 दिन सोमवार को भाद्र कृष्ण पक्ष पंचमी के पावन अवसर पर आध्यात्म योगी चर्याशिरोमणि आचार्य श्री 108 विशुद्ध सागर जी महाराज के आशिर्वाद को लेकर बड़ौत से उनके संघ के ब्रह्मचारी भोला भैया जी के निर्देशन में प्रातः मंत्रोच्चारण के साथ अभिषेक, पूजन का कार्यक्रम भक्तिभाव के साथ किया गया।

विदित हो कि श्री मिथिलापुरी जी दिगम्बर जैन तीर्थ क्षेत्र, सुरसंड (सीतामढ़ी) बिहार में भगवान आदिनाथ स्वामी, भगवान मल्लिनाथ स्वामी एवं भगवान नमिनाथ स्वामी की राजस्थान से ग्रेनाइट पत्थर से निर्मित 33 फुट ऊँची भव्य एवं विशाल जिनप्रतिमा स्थापित की जायेगी। प्रतिमा स्थापना के पूर्व वेदी निर्माण के लिए शुभ मुहूर्त में झंडोतोलन कर भूमि पूजन करके वेदी स्थल के शुद्धिकरण के कार्यक्रम को सम्पन्न करने में अनेकों आचार्य, मुनि महाराजों एवं आर्यिका माता जी का आशीर्वाद प्राप्त हुआ।

इस धार्मिक अनुष्ठान कार्यक्रम में बिहार स्टेट दिगम्बर जैन तीर्थ क्षेत्र कमिटी के उपाध्यक्ष श्री अजय कुमार जी जैन (आरा/पटना), बिहार हिन्दू धार्मिक बोर्ड के अध्यक्ष श्री अखिलेश जी जैन, कमिटी के मानद मंत्री श्री पराग जैन (आरा/पटना), श्री सजल जी काला (दुर्ग), श्री राकेश जी छाबड़ा (दुर्ग) छतीसगढ़, मुजफ्फरपुर जैन समाज, जगदीश जैन (कुण्डलपुर), सोनू जैन (कमलदह/ पटना), मनीष जैन (राजगीर), पंकज जैन (मिथिलापुरी) सहित अनेक श्रद्धालु उपस्थित हुए।
आचार्य श्री 108 विशुद्ध सागर जी महाराज के ससंघ सानिध्य में सन 2024 में संभावित है भव्य पंचकल्याणक
श्री मिथिलापुरी जी तीर्थ क्षेत्र में भव्य वेदी निर्माण के पश्चात जनवरी 2024 में भव्य एवं विशाल जिन प्रतिमाएं क्षेत्र पर आ जाएगी। तत्पश्चात पंचकल्याणक महोत्सव आचार्य श्री 108 विशुद्ध सागर जी महाराज ससंघ सानिध्य में सम्पन्न होगा ।

— रवि कुमार जैन


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