रिसड़ा नगरी (कोलकाता) परम पूज्य चारित्र चक्रवर्ती आचार्य श्री 108 शांतिसागर जी महाराज के संयम शताब्दी वर्ष समारोह के उपलक्ष्य में परम पूज्य सराकोद्धारक राष्ट्रसंत आचार्य श्री 108 ज्ञानसागर जी महाराज के ससंघ मंगलमय आशीर्वाद से स्थानीय श्री 1008 सुपार्श्वनाथ दिगम्बर जैन मंदिर जी रिसड़ा नगरी कोलकाता में प्रथम बार सिद्धों की आराधना का महामंडल विधान प्रतिष्ठाचार्य श्री महेन्द्र जी शास्त्री मुरैना एवं ब्र.अर्चना दीदी, ब्र.ललिता दीदी के सानिध्य में 1 मार्च से 10 मार्च 2020 तक सानन्द हर्षोल्लास के साथ सम्पन्न हुआ।
अहिंसा सेवा संगठन के संस्थापक विशाल जैन पवा ने बताया समस्त रिसड़ा दि० जैन समाज धर्म प्रभावना के साथ-साथ तन, मन, धन से जिनेन्द्र पूजन एवं भक्ति मे समर्पित रहा। सुबह श्रीजी का अभिषेक एवं शांतिधारा उसके पश्चात संगीतकार ऋषि कुमार एन्ड पार्टी भोपाल के मधुर संगीत में नित्यमय पूजन एवं विधान किया गया। सौभाग्यशाली परिवार प्रकाश भारती छाबड़ा सौधर्म इन्द्र, सुरेश पद्मा सोगानी यज्ञनायक, जिनेन्द्र सुशीला दोषी कुबेरइन्द्र, शोभा अशोक पांड्या श्रीपाल-मैना सुंदरी, प्रमोद माया पाटोदी चक्रवर्ती के अतिरिक्त मुकेश जैन एवं राहुल जैन सहित सैकड़ों श्रद्धालुओं ने पूरे विधान में अपनी सहभागिता निभाई।
भक्ति से शक्ति, शक्ति से युक्ति एवं युक्ति में मुक्ति प्राप्त होती है, इस उक्ति को ध्यान मे रखते हुए सभी श्रद्धालुओं ने भक्ति भाव से विधान की सभी क्रियाओं मे बढ़चढ़ कर भाग लिया। प्रतिदिन संध्याकालीन पुण्यार्जक परिवार द्वारा श्रीजी की महाआरती एवं भक्ति गाजे बाजे के साथ की गई तत्पश्चात् पंडित जी और ब्र. दीदी द्वारा मंगल प्रवचन का कार्य सम्पन्न हुआ। महिला मंडल द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किये गए जिसकी सभी ने सराहना की। बाहर से आने वाले दर्शनार्थियों ने दर्शन कर स्वयं को धन्य किया एवं कमेटी द्वारा उनका सम्मान किया गया। सीए अंकुश जैन नजफगढ ने सभी का आभार व्यक्त किया।