7 जैन साधुओं ने प्रात: 08.30 बजे बड़ा उपाश्रय, खाराकुआं, उज्जैन में मंगल प्रवेश किया। नगर प्रवेश करने पर मोहन टाकीज गेट के सामने संजय कुमार भंडारी के भवन से साधुओं के आगमन पर विशाल जलूस यात्रा निकाली गयी। जलूस यात्रा बड़ा उपाश्रय, खाराकुआं पहुंची, जहां साधु हीरविजयसूरि जी सहित अन्य साधुओं ने विशाल धर्मसभा को संबोधित किया। संबोधन में उन्होंने रात्रि भोजन त्याग करने की बात कही। उन्होंने यह भी कहा कि आज का स्वास्थ्य विज्ञान भी जैन धर्म की पुरानी परंपरा का समर्थन करता है। इसके अलावा विवाह समारोह में भी रात्रि भोजन का त्याग करना चाहिए, उन्होंन प्याज, लहसुन, आलू और गाजर भी ना खाने की सलाह दी क्योंकि जैन धर्म की पुरानी परंपरा में उक्त सभी चीजों का त्याग बताया गया है। उन्होंने कहा कि हम जैसा खाएंगे, सोचेंगे वैसे ही हमारे विचार उत्पन्न होंगे। इसलिए यदि हम अपना खान-पान जैन धर्म के हिसाब से रखेंगे तो निश्चिततौर पर आज के बच्चों के जीवन में जैन धर्म के प्रति आस्था बढ़ेगी साथ ही मन और स्वास्थ्य से भी पवित्र होंगे। अंत में संचालक राजेंद्र बाठिया ने लोगों का आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम में प्रमुख लोगों में राजेंद्र पालरेचा और विमल पगरिया सहित संजय गिरिया मौजूद थे।