अहिंसा चौक पर जैन धर्म की विरासत को मिली नई पहचान


कुरावली/मैनपुरी। जैन धर्म के प्रथम तीर्थंकर भगवान ऋषभदेव के पुत्र सम्राट भरत की प्रतिमा का (भरत का भारत) सोमवार को कुरावली के तिराहे पर स्थित अहिंसा चौक पर भव्य अनावरण किया गया। इस ऐतिहासिक मौके पर नगरवासियों और जैन समाज के सैकड़ों श्रद्धालुओं ने एकत्र होकर आयोजन को भव्यता प्रदान की।
इस कार्यक्रम का मंच संचालन श्री अभिषेक जैन पत्रकार द्वारा किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ अर्ह टीम की बहनों के द्वारा मंगलाचरण से किया गया। तत्पश्चात समस्त अतिथि गण का माल्यार्पण , पटका एवं साल उड़ाकर किया गया।
इस भव्य प्रतिमा के लोकार्पण कार्यक्रम का शुभारंभ पर्यटन मंत्री ठाकुर जयवीर सिंह के प्रतिनिधि अतुल प्रताप द्वारा फीता काटकर किया गया। इस प्रतिमा का लोकार्पण श्रीमान अनिल जी अग्रवाल द्वारा किया गया। इस अवसर पर नगर का वातावरण धर्ममय और उल्लासपूर्ण रहा। कार्यक्रम स्थल को आकर्षक सजावट और रंगोली से सजाया गया।

इस ऐतिहासिक प्रतिमा की स्थापना की प्रेरणा जैन धर्म के प्रख्यात प्राकृत मर्मज्ञ मुनि श्री 108 प्रणम्य सागर जी महाराज ने दी थी। उनके मार्गदर्शन और प्रेरणा से यह कार्य संभव हो सका, वहीं कार्यक्रम में आर्यिका श्री 105 प्रशममति माता जी का भी आशीर्वाद रहा। जिसकी प्रशंसा नगरभर में हो रही है।

कार्यक्रम की झलकियां
कार्यक्रम में ध्वजारोहण श्री वीरेंद्र कुमार जी जैन , श्रीमती सरिता जी जैन सिरसागंज,( मुनि श्री प्रणम्य सागर जी महाराज के गृहस्थ अवस्था के माता – पिता) एवं नेहा जैन , प्राकृत रेवाड़ी द्वारा संयुक्त रूप से किया गया। दीप प्रज्वलन का सौभाग्य पंडित अनंत कुमार जैन को प्राप्त हुआ। वहीं, मूर्ति का माल्यार्पण नगर पंचायत अध्यक्ष धर्मेंद्र वर्मा द्वारा किया गया।
इस कार्यक्रम में अतिथि के रूप में श्रीमती रीना गुप्ता; चेयरमैन सिरसागंज, श्री आशीष जैन; पोद्दार, श्री अरुण जी प्रधान, श्री अजय जी कुशवाह, श्री सौरभ जैन ; मैनपुरी, श्री प्रशांत जैन; करहल, डॉ प्रदीप जैन ; मैनपुरी, श्री धर्मेंद्र चौहान, श्री विक्रम वर्मा, श्री अश्वनी जी गुप्ता जी पधारे।

इस ऐतिहासिक आयोजन को सफल बनाने में जैन विद्या शोध संस्थान लखनऊ, उत्तर प्रदेश सरकार के सक्रिय सदस्य सुनील कुमार जैन का विशेष योगदान रहा। उन्होंने ईंट से लेकर जीवंत प्रतिमा तक का सफर, पर्यटन विभाग की स्वीकृति और आयोजन की रूपरेखा को अंतिम स्तर तक पहुंचाने में महती भूमिका निभाई।

इस कार्यक्रम का आयोजक श्रीमान सुनील कुमार जैन ; जखनियां, श्री विश्व प्रकाश जैन; श्री सुधांशु जैन; रिलायंस, श्री राजीव जैन; टनाटन, श्री राजेश जैन(बंटू) , श्री कुलदीप जैन द्वारा कराया गया।
इस अवसर पर मुख्य रूप से श्री गिरीश जैन, सुभाष जैन, ज्ञायक जैन, अजय जैन, राजेश जैन, नंदन जी, प्रवीण जैन; नाती, वीरेंद्र जैन, नरेश जैन, निलेश जैन, सुनीत जैन; प्रचंडिया, सहित सैकड़ों महिला पुरुष श्रद्धालु मौजूद रहे।

यह आयोजन जैन धर्म की ऐतिहासिक विरासत को संरक्षित करने और भावी पीढ़ी को उसके गौरवपूर्ण इतिहास से परिचित कराने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है। कुरावली का अहिंसा चौक अब न केवल नगर का धार्मिक केंद्र बन गया है, बल्कि धार्मिक पर्यटन के रूप में भी विकसित होगा।

जैन समाज के वरिष्ठजनों और नगरवासियों ने इस आयोजन के लिए आयोजन समिति और जैन विद्या शोध संस्थान का आभार व्यक्त किया। इस मौके पर भजन-कीर्तन और सामूहिक जयकारों से वातावरण गुंजायमान रहा। कार्यक्रम का समापन प्रसाद वितरण के साथ किया गया।


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