सम्मेद शिखर जी स्वर्णभद्र कूट पर आचार्य श्री प्रसन्न सागर जी ने किया केशलोंच


शिखर जी-इस समय पूरे झारखंड  में जेठ की तपिस मैं लोग AC के अंदर रहने को मजबूर है वही जैन धर्म सबसे अधिक तपस्वी इस चतुर्थ काल के मुनि की तरह तपस्या करने वाले जैन मुनि सिंहनिस्क्रीय ब्रत धारी आचार्य श्री 108 अन्तर्मना  प्रसन्न सागर जी महाराज सम्मेद शिखर के स्वर्णभद्र कूट पर से 45 डिग्री गर्मी का एहसास करते हुवे धूप में बैठकर केश लोच कर अपने तपस्या को और प्रगाढ़ कर रहे है। मुनि श्री का 315 उपवास चल रहा है इसका 30 वा पारण शिखर जी के पर्वतराज स्वर्णभद्र कूट पर होगा।

— राज कुमार अजमेरा, मनीष जैन


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