भोपाल, धर्मशाला चौक स्थित श्री दिगम्बर जैन मंदिर में गुरुवार मुनि श्री सुबल सागर जी महाराज के दिशा-निर्देशन एवं उनके आशीर्वाद से भव्य समोशरण की रचना की गयी तत्पश्चात ध्वजारोहण के साथ महामंडल विधान का शुभारम्भ किया गया। मंदिर में प्रात:काल से ही श्रद्धालुओं की भीड़ हो गयी और जय-जयकारों के मध्य भव् य समोशरण के ऊपर जिनेंद्र भगवान को विराजमान किया गया। महामंडल विधान के दिन सुबह बैंड-बाजों के साथ भव्य कलश यात्रा निकाली गयी, जिसमें काफी बड़ी संख्या में श्रद्धालु मौजूद थे। महामंडल विधान के मुख्य पात्रों में वैभव चौधरी, ओम चैन, पहकज जैन, राकेश कठनेरा ने साधर्म इंद्र, चक्रवर्ती एवं महायज्ञ नायक बनकर भगवान का अभिषेक किया तत्पश्चात शांतिधारा की। ऋषि जैन दोराहा ने संगीतमय भजन प्रस्तुत किये। इसके बाद मुनिश्री सुबल सागर ने धर्मसभा को संबोधित करते हुए कहा कि धर्म वस्तु के स्वभाव से चलता है। जैसे जल का स्वभाव शीतलता है। शीतलता ही जल का धर्म है। मंदिर के अध्यक्ष प्रमोद हिमांशु, नरेंद्र वंदना, विनोद जैन, तेज कुमार टोंग्या, पंकज प्रधान एवं राजेंद्र चौधरी आदि ने मुनिश्री को श्रीफल भेंट किए। प्रवक्ता अंशुल जैन ने बताया कि विधान का समापन 21 मई को होगा। अगले दिन मूलनायक भगवान आदिनाथ का महामस्तकाभिषेक होगा।
Jain News
जबलपुर के जैन मंदिर में मुनिसुव्रतनाथ भगवान के सिर से बही जलधारा, देर रात...
जबलपुर। हनुमानताल बड़े जैन मंदिर में शनिवार की रात 8:30 बजे के लगभग मुनि सुव्रतनाथ भगवान के सिर से जल धारा बहने लगी। जिसे...
जिन मन्दिरों में हो स्वाध्याय गद्दी की स्थापना
जयपुर। स्वाध्याय का शाब्दिक अर्थ है स्व + अध्याय अर्थात निज आत्मा का अध्ययन करना। पूर्व में जिन मन्दिरों में स्वाध्याय के रूप में...
सत्यार्थ बोध का हुआ विमोचन
गोंदिया शिक्षण संस्था महाराष्ट्र द्वारा आयोजित कार्यक्रम में पूर्व विधायक राजेन्द्र जैन के प्रयासों से मध्यप्रदेश के लोकप्रिय मुख्यमंत्री शिवराज सिंह जी चौहान जी...
जो कार्य सरकार नहीं कर पाई वह आचार्य श्री विद्यासागरजी ने कर दिया: नीतिन...
इंदौर। परम पूज्य आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज के आशीर्वाद से हथकरघा संघ प्रमुख ब्र.सुनील भैया जी के निर्देशन में हथकरघा केंद्र को देश...
मिथिलापुरी तीर्थ पर जल्द ही विराजमान होगी सवा ग्यारह फुट ऊँची तीन भव्य पद्मासन...
मिथिलापुरी, जनकपुर रोड (सुरसंड/सीतामढ़ी)। जैन इतिहास का स्वर्णिम दिन 09/05/2022 जिसे कभी भी जैन धर्मावलंबी नही भूल पायेंगे। क्योंकि दो दिन पूर्व ही भगवान...