संत आचार्य विशुद्ध सागरजी ने 30 संतों के साथ किया नगर प्रवेश, जैन समाज ने स्वागत किया


पलसूद। दिगम्बर जैन संत आचार्य विशुद्ध सागरजी इंदौर से चातुर्मास करके पदयात्रा पर हैं। इंदौर से 30 अक्टूबर को 30 संतों के साथ प्रस्थान कर धार, बड़वानी, बावनगजा होते हुए रविवार को पलसूद प्रवेश कर ज्ञान मुद्रा में संतों ने आहार किया। बावनगजा ट्रस्ट के पदम जैन ने बताया संत पंचकल्याणक के लिए श्रावण बेलगोला कर्नाटक तक करीब डेढ़ माह की पदयात्रा कर पहुंचेगे। संतों के साथ संघपती नेमीचंद पहाड़िया वैशाली नगर भिलाई व गुलाबचंद टीकमगढ़ के करीब 100 लोग व 20 वाहनों का जत्था साथ चल रहा है। 15 को निवाली के वाणिज्यकर चौक पर आहार लेकर संत खेतिया, नंदूरबार होते हुए मांगीनुंगी पहुंचेंगे। 20 नवंबर को संत विशुद्ध सागरजी का दीक्षा दिवस मांगितुंगी में मनाया जाएगा। 30 संतों में सबसे कम उम्र के संत 19 साल के सारस्वत सागरजी भी पदयात्रा पर हैं।

 

  • सोनू जैन

Comments

comments