जैन मंदिर में चोरी करने वाले चोर का हुआ हृदय परिवर्तन, चोरी का सामान वापिस कर मांगी माफ़ी


बालाघाट, म. प्र.। चोरी करने के बाद चोर इस तरह गायब होता है कि उसे खोजना मुश्किल हो जाता है, लेकिन सोचिए अगर कोई चोर लाखों का माल चुरा ले लेकिन बाद में वह खुद ही आकर उस माल को वापस लौटा दें, इतना ही नहीं माफी नामा भी लिखकर दें, तो शायद हर कोई सोच में पड़ जाएगा कि आखिर चोर का हृदय परिवर्तन क्यों हो गया। कुछ ऐसा ही मध्य प्रदेश के बालाघाट में हुआ है, जहां एक चोर के हृदय परिवर्तन का मामला सुर्खियों में बना हुआ है।

24 अक्टूबर की रात को जैन मंदिर से चांदी के 9 छत्र और एक चांदी का भामडंल, 3 पीतल के भामडंल चोरी हो गया था। जिसकी रिपोर्ट पुलिस थाना लामटा में जैन समाज ने कराई थी। चोरी की घटना को पुलिस ने गंभीरता से लेते हुये जांच भी शुरू कर दी, पुलिस ने चोर की तलाश भी की लेकिन उनकी कोई जानकारी नहीं मिल सकी। लेकिन एक दिन पूरा सामान ही चोर ने वापस लौटा दिया।

चोर ने छत्र एवं भमंडल, माफीनामा पत्र के साथ सफेद रंग, लाल बार्डर के थैले में वार्ड नंबर 9 स्थित प्रवीण जैन के मकान के सामने ग्राम पंचायत के नल के गड्ढे में रख दिया। यहां पानी भरने के लिए जैन परिवार इस नल के पास गड्ढे में सफाई करते हैं। रोज की तरह आज भी सफाई करने गए तो देखा थैला है। जिसे खोला तो भमंडल की चमक दिखाई दी, जिसकी जानकारी जैन समाज और पुलिस विभाग को दी गई। इसके बाद पुलिस ने सामान की शिनाख्त कराकर जब्ती बनाई।

पुलिस ने बताया कि चोर ने थेले में माफी नामा भी लिखा था, जिसमें उसने खुद का हृदय परिवर्तन होने की बात कहते हुए पूरा सामान वापस लौटा दिया। चोर ने लिखा कि उसे इस सामान की वजह से बहुत नुकसान हुआ है, इसलिए वह यह सामान लौटा रहा है। सामान मिलने के बाद पुलिस ने बताया कि जिसने भी इस पूरे मामले को अंजाम दिया है उसकी तलाश अभी भी की जा रही है। लेकिन चोर ने जिस तरह से लाखों रुपए का पूरा सामान वापस लौटाया उससे यह मामला चर्चा का विषय बना हुआ है।

चोरी हुआ सामान मिल जाने के बाद सकल जैन समाज और ग्रामवासी बाजे-गाजे के सामान लेने थाना पहुंचे हैं।


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