झुमरी तिलैया के जैन मंदिरों में धूम धाम से मनाया जा रहा है दशलक्षण पर्व


कोडरमा। दशलक्षण पर्युषण महापर्व के छठे दिन आज उत्तम संयम धर्म के साथ-साथ धूप दशमी का पर्व भी बड़े ही भक्ति भाव से झुमरीतिलैया के दोनों जैन मंदिर में मनाया जा रहा है इसे सुगंध दशमी का पर्व भी कहा जाता है महिलाएं इस दिन विशेषकर व्रत रखती है संसारी जीवन में मनुष्य से कई तरह के पाप हो जाते हैं और कर्म का बंध हो जाता है  इन सभी अष्ट कर्मों के नाश करने के लिए भक्तजन अग्नि में मंत्रित सुगंधित धूप को विसर्जित करते हैं जिसमें भगवान से प्रार्थना की जाती है हे भगवान मेरे द्वारा भूल चूक से जो भी गलत कार्य किया गया हो उसे माफ करने की कृपा करें, ज्ञान का मार्ग प्रकाशित करें।

पर्यूषण पर्व पर प्रतिदिन की तरह आज छठे दिन उत्तम संयम धर्म को मनाया गया श्री दिगंबर जैन मंदिर सरस्वती भवन में भगवान के ऊपर मंत्र उच्चारित जल से शांतिधारा करने का अवसर सुरेंद्र कुमार जी सौरभ कुमार काला रतन लाल जी राजकुमार पहाड़िया महावीर प्रसाद राकेश कुमार सेठी विमल कुमार संजय कुमार बड़जात्या पंडित अभिषेक शास्त्री नया मंदिर पानी टंकी रोड में श्री मूलचंद सुशील कुमार जी छाबड़ा परिवार के द्वारा किया गया तत्पश्चात समाज के सभी भक्तजनों के द्वारा भगवान के ऊपर कलश किया गया सभी पुण्य अर्जक परिवार को संध्या में महा आरती मैं भक्ति करने का अवसर प्राप्त होगा

विश्व वंदनीय आचार्य विद्यासागर जी महाराज की सु शिष्या बाल ब्रह्मचारी साधना दीदी ने आज धूप दशमी और उत्तम संयम धर्म पर प्रकाश डालते हुए कहा संयम ही मोक्ष मार्ग की सीढ़ी है संयम ही मानव जीवन का आभूषण है संयम को धारण कर मनुष्य अपने जीवन को प्रकाशित कर सकता है बिना संयम के मनुष्य अधूरा है अज्ञानी है मन बहुत चंचल होता है और यह हमेशा गलत राह में भटकता रहता है और इस पर संयम के द्वारा ही कंट्रोल किया जा सकता है सफल जीवन के लिए संयम आवश्यक है।  हमें अपने जीवन में प्रतिदिन के बोलचाल रहन-सहन और खान-पान में संयम अवश्य रखना चाहिए, जिससे ना ही किसी प्रकार की बीमारी होगी और ना ही किसी से लड़ाई होगी।

हमें अपने आदर्श पुरुष और महापुरुषों की जीवनी से सीख लेना चाहिए जिन्होंने अपने जीवन को संयमित रखकर अपने आप को महान बनाया और इतिहास में अपना नाम अमर किया बुरे कर्मों को नष्ट करने के लिए संयम की अराधना करनी पड़ती है तभी मनुष्य भक्त से भगवान् बन सकता है मन वचन और शरीर को काबू में रखना ही संयम धर्म है रात्रि में महा आरती के  आयोजन में सभी पुण्य अर्जक परिवार को माला और मुकुट पहना कर सम्मानित किया गया  सुबोध गंगवाल के भक्ति में भजनों ने लोगों को आनंदित कर दिया और झूमने पर मजबूर कर दिया सांस्कृतिक कार्यक्रम फैंसी ड्रेस प्रतियोगिता बच्चों के द्वारा की गई इस कार्यक्रम के परियोजना निदेशक मोना छाबड़ा और मोहित सोगानी थे।

सर्वप्रथम मंगलाचरण नृत्य प्रज्ञा जैन( पुत्री वार्ड पार्षद पिंकी जैन) के द्वारा बड़े ही मनमोहक रूप में किया गया जिसे सभी लोगों ने सराहा फैंसी ड्रेस प्रतियोगिता में बच्चों ने पानी बचाओ पेड़ लगाओ दहेज के प्रति विरोध ट्रैफिक रूल्स का पालन करो बालिका किसी से कम नहीं आदि कई तरह के प्रेरणादायक प्रस्तुति दी फैंसी ड्रेस प्रतियोगिता में राकेश छाबड़ा और रचना शेट्टी ने जज के पात्र को निभाया सभी बच्चों को नवीन कुमार  चैतन्य कुमार सेठी परिवार के द्वारा पुरस्कृत किया गया।

प्रतिदिन रात्रि में प्रश्न मंच प्रतियोगिता भी परियोजना निदेशक  सुमित सेठी मंत्री जैन युवक समिति के द्वारा कराया जाता है जिसमें विजेताओं को समाज के लोगों के द्वारा  पुरस्कार वितरण भी किया जाता है जैन महिला समाज की अध्यक्ष नीलम सेठी और मंत्री आशा गंगवाल ने सभी बच्चों के द्वारा प्रस्तुत किए गए संदेश से प्रेरित कार्यक्रम की भूरी भूरी प्रशंसा की मौके पर जैन समाज के अध्यक्ष मंत्री जैन युवक समिति के अध्यक्ष मंत्री वार्ड पार्षद पिंकी जैन और समाज के सैकड़ों लोग उपस्थित थे।

 

— राजकुमार अजमेरा नवीन जैन


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