जैन धर्म का 10 लक्षण पर्युषण महापर्व बड़े हर्षोल्लास के साथ हुआ प्रारंभ


कोडरमा – शहर के दोनों जैन मंदिरों को प्रकाश की रोशनी के साथ सजाया गया जैन समाज के  मंत्री ललित जैन सेठी ने बताया इस बार झुमरी तिलैया के जैन धर्मावलंबी कोरोनावायरस के कारण मंदिर नहीं जाकर घरों में ही मना रहे हैं पर्यूषण पर्व  और सरकार के द्वारा दिए गए  दिशा निर्देशों का पालन कर रहे हैं जैसा कि मालूम हो कि पूरे भारतवर्ष के जैन धर्मावलंबी पर्युषण महापर्व बड़े ही धूमधाम के साथ 10 दिनों तक मनाते हैं इन 10 दिनों में महिलाएं पुरुष बच्चे सभी लोग नियम के साथ पूजन भक्ति भाव और खान पान रखते हैं कई लोग तो 10  दिनों तक निर्जल उपवास करते हैं बहुत लोग अपनी शक्ति के अनुसार एक आसन व्रत करते हैं फलाहार करते हैं बाजार के सामानों के खाने पीने का त्याग रहता है आलू प्याज लहसुन पूर्ण रूप से वर्जित रहता है और रात्रि भोजन निषेध रहता है

परिवार के सभी सदस्य 10 दिनों तक पूर्ण रूप से भगवान की भक्ति में लीन रहते हैं और अपना आत्म कल्याण करते हैं  नि. वर्तमान वार्ड पार्षद पिंकी जैन ने लोगों को पर्युषण महापर्व की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि  10 लक्षण महापर्व का पहला दिन क्षमा धर्म है ( क्षमा वीरस्य भूषणम्) क्षमा वीरो का आभूषण है और इसमें क्रोध का कोई  स्थान नहीं है पिंकी जैन ने कहा पूरे विश्व में भगवान महावीर के अहिंसा और क्षमा के द्वारा ही  पूरे विश्व में अहिंसा और शांति लाई जा सकती है क्षमा वह हथियार है  जिसमें युद्ध की आवश्यकता नहीं पड़ती है  प्रत्येक मनुष्य अपने जीवन में क्रोध मान माया लोभ के कारण ही अशांत है और परेशान है एक दूसरे के खून का प्यासा है और इसे क्षमा धर्म के साथ ही दूर किया जा सकता है इसलिए सभी व्यक्ति को अपने जीवन में क्षमा धर्म को अंगीकार करना चाहिए तभी जीवन सफल हो सकता है  और शांत हो सकता है

कोरोनावायरस के कारण इस समय हम सभी अपने आचार्य गुरुओं की अमृत वाणी को ऑनलाइन एप के द्वारा और टीवी के माध्यम से सुनें और आत्मसात करें   पिंकी जैन ने कहा कि जैन समाज के लिए यह गौरव की बात है की स्वयं देश के माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदीजी ने भी पर्युषण महापर्व में क्षमा धर्म  पर लोगों को संबोधित करते हुए कहा है कि  पूरे विश्व में जैन धर्म का क्षमा एक ऐसा धर्म है जो मुझे बहुत अच्छा लगता है और इससे प्रेरणा लेने की आवश्यकता है  जिसमें लोग आपस में एक दूसरे से साल भर में जो जो गलती हुई है उसके लिए क्षमा याचना करते हैं और माफी देते हैं

आज पूरे विश्व को इसे पालन करने और सीख लेने की आवश्यकता है लोग क्रोध मान माया लोभ से दूर होंगे तभी क्षमा रुपी शांति से विश्व शांति को कायम रखा जा सकता है आपसी भाईचारा शांति सौहार्द को कायम रखा जा सकता है जैन समाज के अध्यक्ष विमल जैन बड़जात्या मंत्री ललित जैन सेठी जैन महिला समाज की अध्यक्ष नीलम जैन सेठी मंत्री आशा जैन गंगवाल जैन युवक समिति के अध्यक्ष राजीव जैन छाबड़ा मंत्री सुमित जैन सेठी ने  सभी लोगों को पर्युषण महापर्व की शुभकामनाएं दी

 

मीडिया प्रभारी जैन समाज नवीन जैन राजकुमार अजमेरा


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