Home Jain News कुण्डलपुर पहुंचे जबलपुर से एक साथ 5000 श्रद्धालु, धुनों से वातावरण हुआ गुंजायमान

कुण्डलपुर पहुंचे जबलपुर से एक साथ 5000 श्रद्धालु, धुनों से वातावरण हुआ गुंजायमान

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कुण्डलपुर पहुंचे जबलपुर से एक साथ 5000 श्रद्धालु, धुनों से वातावरण हुआ गुंजायमान

कुण्डलपुर में चल रहे बड़े बाबा के महामस्तकाभिषेक कार्यक्रम में पूरे देश से बड़ी संख्या में श्रद्धालुजन  पहुंच रहे हैं। बड़े बाबा का अभिषेक करने के लिए प्रात:काल से दोपहर तक श्रद्धालुओं की लम्बी कतारें देखने को मिली। मंगलवार को जबलपुर के सत्यम जैन ने महामस्तकाभिषेक करने वाले पहले पुण्यार्जक बनने का सौभाग्य प्राप्त किया। हर कोई कुण्डलपुर जाने को आतुर है क्योंकि बड़े बाबा का अभिषेक एवं दर्शन करने के साथ छोटे बाबा (आचार्यश्री विद्यासागर जी) का आशीर्वाद  भी प्राप्त करने का अच्छा मौका है। इसलिए कोई भी इस मौके को गंवाना नहीं चाह रहा है।

मंगलवार को जबलपुर संस्कारधानी से करीब 5000 श्रद्धालु 75 बसें एवं निजी वाहन से कुण्डलपुर पहुंचे। जबलपुर के कलाकारों द्वारा बाद्य यंत्रों की स्वर लहरियों से बड़े बाबा की नगरी कुण्डलपुर का वातावरण गुंजायमान हो उठा। बड़े बाबा के महामस्ताभिषेक शुरू होते ही जबलपुर के मशहूर श्याम बैंड की धार्मिक धुनों  ने श्रद्धालुओं का मन मोह लिया और जैसे-जैसे श्रद्धालुओं की लम्बी कतारें अभिषेक करती जा रही थी वैसे वैसे बैंड की धुनों ने पूरे माहौल को भक्तिमय बना दिया। इसके बाद आचार्यश्री के आहारचर्या के बाद तुमसे लागी लगन, ले लो अपनी शरण गरुवर प्यारे की धुन से पूरा क्षेत्र स्वरलहरियों से गूंज उठा। आचार्यश्री के चातुर्मास निवेदन हेतु एवं आचार्यश्री के अनेक मुनि संघों सहित आर्यिका संघों के भी चातुर्मास निवेदन के लिए बड़ी संख्या में लोग आचार्यश्री के पास निवेदन के लिए पहुंच रहे हैं। इसके अलावा मुनि प्रणम्य सागर एवं मुनिश्री चंद्र सागर के चातुर्मास कराने हेतु चित्ताैड से श्रद्धालु निवेदन करने आचार्यश्री के पास आए। आचार्यश्री को निरंतराय आहार कराने का पुण्य मालती जैन, आशीष जैन अशोक नगर वालों को प्राप्त हुआ।


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