आचार्य श्री विद्यासागरजी महाराज ने सिद्धवरकूट से किया विहार, आज पहुंचेंगे बड़वाह


सनावद। संत शिरोमणि आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज का आना-जाना रुकना कुछ भी तय नहीं होता है। उसी अनुसार अनियत विहारी गुरुदेव ने गुरुवार दोपहर को सिद्धवरकूट से पद विहार कर दिया। राजेन्द्र महावीर जैन ने बताया 23 साल के लंबे इंतजार के बाद आचार्यश्री अपने 31 शिष्यों के साथ 23 दिसंबर को ही सिद्धवरकूट आए थे। कयास लगाए जा रहे थे कि आचार्य श्री सिद्धवरकूट में लंबा प्रवास करेंगे लेकिन मात्र तीन दिन के प्रवास के बाद चौथे दिन 26 दिसंबर को दोपहर 2 बजे आचार्यश्री ने पद विहार कर दिया।

आशीष चौधरी ने बताया वह एनएचडीसी ओंकारेश्वर पुल से संघ कोठी पहुंचा है। चौकड़ेजी की गोशाला में रात्रि विश्राम कर सुबह विहार कर ओंकार बाग मोरटक्का के लिए विहार होगा। प्रदीप कुमार सिंह कासलीवाल ने बताया आहार चर्या मोरटक्का में होने की संभावना है। कमेटी के पदाधिकारियों ने कहा- उन्हें विश्वास था कि आचार्यश्री एक माह का प्रवास तो करेंगे। अघोषित मेले का रूप ले चुका सिद्धवरकूट अब पूरी तरह से सुनसान हो गया है।  वही मार्ग मे गुरुदेव ने ओंकारेश्वर डेम का भी अवलोकन किया

23 वर्ष पूर्व जब गुरुवर सिद्धवरकूट पधारे थे तब गुरुवर ने बावनगजा सिद्ध क्षेत्र आये थे अब गुरुवर के कदम किस और बड़े यह भविष्य के गर्भ मे है वही बडवाह से 40 KM की दूरी पर मंडलेश्वर है मंडलेश्वर से 10KM की दूरी पर है यहा से महेश्वर की दूरी 10 KM है जहा हथकरधा केंद्र शुरू होना है गोरतलन है एक  श्रेष्टि जन द्वारा 10 एकड़ जमीन हथकरधा केंद्र को देने का मानस बनाया है हथकरधा केंद्र शिलान्यास संभावित है गुरु की महिमा गुरु ही जाने भक्त खड़े दीवाने

 — अभिषेक जैन लूहाडीया रामगंजमंडी


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