आचार्य श्री ज्ञानसागर महाराज की वाणी सुन कैदियों की आंखे हुई नम


टोंक। परम पूज्य आचार्य श्री ज्ञानसागर जी महराज का प्रातःकालीन बेला में अमीरगंज में भव्य आगवानी की गयीं। इसी कड़ी मे आचार्य श्री ने मध्यान बेला में टोंक जेल में कैदियो को सबोधित किया। यह आचार्य गुरुवर का 93 वा जेल प्रवचन था। आचार्य भगवन ने कैदियो को जो सबोधित किया तो सभी कैदियो की आंखे भर आयी और पश्याताप किया। आचार्य की वाणी ने उन्हे अंदर से झकझोर कर रख दिया। यह ऐसा क्षण था जो भी सुनता वह भी भावुक हो जाता। ऐसी कल्याणकारी वाणी सुन कैदियो ने प्रण लिया कि जेल से जाने के बाद हम अपराधो मे लिप्त नही होगे और इसके साथ मांसाहार का त्याग भी किया। सचमुच आचार्य भगवन ज्ञान के भंडार है धन्य है ऐसे सन्त

— अभिषेक जैन लुहाड़िया रामगंजमंडी


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