अतिशय क्षेत्र अन्तरिक्ष पार्श्वनाथ के आस-पास के तीर्थ क्षेत्रों की जानकारी


आचार्य श्री 108 विद्यासागर महाराज जी का वर्ष 2022 का चातुर्मास अतिशय क्षेत्र अन्तरिक्ष पार्श्वनाथ जी में है। इस शुभ अवसर पर अनेक लोग इस बार महाराष्ट्र राज्य की तीर्थ यात्रा करेगें। अनेक तीर्थो की जानकारी न होने के कारण बहुत से तीर्थ दर्शन करने से छूट जाते है।

तीर्थ यात्रियों की सुविधा हेतु एक यात्रा चार्ट 4 दिन का दिया जा रहा है, जो कि नागपुर/रामटेक से शुरू हो कर मुक्तागिरी/बैतूल में सम्पन्न हो रहा है। चार्ट में एक तीर्थ से दूसरे तीर्थ की दूरी, कहा भोजन व रात्रि विश्राम की व्यवस्था है आदि जानकारी संक्षेप में दी है। यात्री अपनी सुविधा अनुसार दिन कम या ज्यादा कर सकते है।

पहला दिन
नागपुर रेलवे स्टेशन से रामटेक
*रामटेक – अभिषेक, पूजन, भोजन
*कामठी
*बाजार गाँव
*कौडण्यपुर, तहसील तिवसा, जिला – अमरावती
*भातकुली जैन, जिला- अमरावती – भोजन
*अंतरिक्ष पार्श्वनाथ, तहसील- मालेगांव, जिला-वाशिम – रात्रि विश्राम

दूसरा दिन
*अंतरिक्ष पार्श्वनाथ, तहसील- मालेगांव, जिला-वाशिम – अभिषेक, पूजन, आचार्य श्री ससंघ के दर्शन, आहार चर्या, भोजन
*श्री पंचबालयती दिगम्बर जैन मंदिर, औंधा (नागनाथ)
*शिरड शहापुर, तहसील-औंधा, जिला-हिंगोली
*आसेगाव, तालुका- बसमत नगर, जिला-हिंगोली
*नवागढ़ (उखलद) – भोजन जिला-परभणी
*नेमगिरी जिंतुर, जिला- परभणी – रात्रि भोजन

तीसरा दिन
*नेमगिरी जिंतुर – अभिषेक, पूजन, भोजन
*श्री साक्षात बाबजी महाराज दिगम्बर जैन संस्थान अतिशय क्षेत्र दिग्रस, जिला यवतमाल
*कारंजा(लाड़), जिला-वाशिम – भोजन
*वाढोणा रामनाथ
*खरपी
*मुक्तागिरी – रात्रि विश्राम

चौथा दिन
*मुक्तागिरी – अभिषेक, पूजन, पहाड़ के मंदिरों के दर्शन, भोजन, शाम का भोजन पैक करके दोपहर 12 बजे बैतूल के लिए प्रस्थान
*बैतूल स्टेशन से वापिसी

 

— सचिन जैन

 

यह भी पढ़ें: –

अद्वितीय जैन तीर्थ श्री अंतरिक्ष पार्श्वनाथ – शिरपूर


Comments

comments

अपने क्षेत्र में हो रही जैन धर्म की विभिन्न गतिविधियों सहित जैन धर्म के किसी भी कार्यक्रम, महोत्सव आदि का विस्तृत समाचार/सूचना हमें भेज सकते हैं ताकि आप द्वारा भेजी सूचना दुनिया भर में फैले जैन समुदाय के लोगों तक पहुंच सके। इसके अलावा जैन धर्म से संबंधित कोई लेख/कहानी/ कोई अदभुत जानकारी या जैन मंदिरों का विवरण एवं फोटो, किसी भी धार्मिक कार्यक्रम की video ( पूजा,सामूहिक आरती,पंचकल्याणक,मंदिर प्रतिष्ठा, गुरु वंदना,गुरु भक्ति,गुरु प्रवचन ) बना कर भी हमें भेज सकते हैं। आप द्वारा भेजी कोई भी अह्म जानकारी को हम आपके नाम सहित www.jain24.com पर प्रकाशित करेंगे।
Email – jain24online@gmail.com,
Whatsapp – 07042084535