सम्मेद शिखर से लौट रहे तीर्थ यात्री को राजधानी एक्सप्रेस में परोसा मांसाहारी खाना


दिल्ली। रेलवे की अच्छी और सुपरफास्ट ट्रेनों में है राजधानी एक्सप्रेस। राजधानी ट्रेन में यात्रा से पूर्व टिकट कराते वक्त आपको खाने में वेज अथवा नानवेज अंकित करना होता है। आप शाकाहारी हैं और आपने टिकट बुक करते समय भी वेज खाना चुना है तो यात्रा के दौरान रेलवे द्वारा दिये खाने को बिना देखे-परखे खाने न बैठ जाएं क्योंकि हो सकता है कि आपका खाना वेज नहीं नॉनवेज हो।

ऐसा ही एक वाक्या कलकत्ता से नयी दिल्ली आने वाली राजधानी एक्सप्रेस में दिनांक 6 अक्टूबर को घटा। जैन धर्म के पवित्र तीर्थ स्थान श्री सम्मेद शिखर (पारसनाथ) से कलकत्ता-नयी दिल्ली राजधानी एक्सप्रेस से दिल्ली की यात्रा करने वाले अक्षत जैन एवं उनके साथ अन्य कई श्रद्धालु ट्रेन में यात्रा कर रहे थे। रास्ते में खाने के समय वेज के स्थान पर नॉनवेज खाना रेलवे केटरिंग के कर्मचारियों की लापरवाही वश सर्व कर दिया गया।

उन्होंने जैसे ही उन्हें पहला निवाला लिया ही था कि उन्हें नॉनवेट (मांस) की गंध लगी और उन्होंने तुरंत मुंह से खाना निकाल मुंह को साफ किया। अपनी अच्छी सेवा की दुहाई देने वाली रेलवे विभाग की यह गंभीर लापरवाही और उसके कर्मचारियों द्वारा किया गया उत्कृष्ट कार्य का बेहतर नमूना है कि विशुद्ध शाकाहारी (जैन) को नॉनवेज (मांस) खिलाकर न सिर्फ उसका धर्म भ्रष्ट कर दिया बल्कि पीड़ित यात्री को जिस वेदना और असहजता का सामना करना पड़ा उसे शब्दों में व्यक्त नहीं किया जा सकता है।

रेलवे विभाग की इस गंभीर लापरवाही और उत्कृष्ट कार्य की शिकायत पीड़ित ने ट्विटर पर केन्द्रीय रेल मंत्री श्री पीयूष गोयल जी, रेल मंत्रालय सहित अन्य वरिष्ठों को की है। देखना है कि रेल विभाग अपने कर्मचारी की इस गंभीर गलती पर क्या कार्रवाई करता है?


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