भारत के विकास में जैन समुदाय का योगदान है महत्वपूर्ण : आचार्य श्री ज्ञानसागर जी


आगरा। हरीपर्वत आगरा में स्थित एमडी जैन इंटर कॉलेज परिसर के श्री शांतिसागर सभागार में परम पूज्य सराकोद्धारक आचार्य श्री ज्ञानसागर जी महाराज ससंघ के पावन सान्निध्य में जैन राजनेतिक चेतना मंच का राष्ट्रीय अधिवेशन 07-10-2018 को अपूर्व सफलता के साथ संपन्न हुआ। कार्यक्रम का शुभारंभ मंगलाचरण से हुआ। प्रातः उदघाटन सत्र में सर्व प्रथम आचार्य श्री सुमति सागर जी महाराज के चित्र के समक्ष दीप प्रज्वलन पूर्व केंद्रीय मंत्री श्री प्रदीप जैन आदित्य, श्री निर्मल सेठी, राजेन्द्र गोधा जयपुर, पूर्व विधायक श्री संजय पाटिल बेलगाँव आदि ने किया।

शास्त्र भेंट राज्यमंत्री श्रीमती सरला जैन,शशि जैन चेयरमैन अमरोहा, सीमा जैन चेयरमैन सीतापुर, अर्पणा जैन, सीमा जैन, मंजरी जैन विदिशा आदि ने किया। आयोजन के मुख्य अतिथि श्री प्रदीप जैन आदित्य पूर्व केंद्रीय मंत्री भारत सरकार तथा विशिष्ट अतिथि आगरा महानगर के महापौर श्री नवीन जैन ने कार्यक्रम में सम्मलित होकर पूज्य आचार्यश्री का आशीर्वाद लिया।

इस अवसर पर आगरा के महापौर श्री नवीन जैन जी ने अपने संबोधन में कहा कि राजनीति में सभी वैश्यों को एकता के साथ आगे आना चाहिए, जिसका नेतृत्व जैन समाज करे। हमें सबको साथ लेकर चलना होगा, क्योंकि हमारा संख्याबल बहुत कम है। अपने कार्यों से लोगों को अपनी और आकर्षित करें। हमें अपने स्कूल, मंदिर , तीर्थ, संस्कृति सुरक्षित रखना है तो हमें राजनीति में आना होगा, अपनी भूमिका तय करनी होगी। हमें अपनी संख्या बढ़ाने की ओर भी ध्यान देना होगा। अपनी ताकत बढ़ानी होगी, अपना विस्तार करना होगा।

उन्होंने कहा कि सबसे पहले स्वयं संकल्पित होना होगा। उन्होंने अपने संकल्प के बारे में बताया कि मेरा संकल्प है कि जहां भी हमारे जैन समाज का प्रत्याशी खड़ा होगा मैं वहाँ उसके विरोध में चुनाव प्रचार करने नहीं जाऊँगा। मुझे अपना बेटा, भाई समझें, हर संभव सहयोग को तत्पर हूँ।

इस अवसर पर ब्र. अनीता दीदी जी ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि पूज्य श्री ज्ञानसागर जी महाराज ने बंगाल, झारखंड, उड़ीसा प्रांत में बसे हुए सराक बंधुओं को दिशा दी है और उन ग्रामों में रहकर चातुर्मास करके जो श्रम किया है, उसी का यह परिणाम है कि इतनी दूर होने के बाद भी वे सब पूज्यश्री के दर्शन के लिए आते हैं उनसे जुड़े हुए हैं। पश्चात श्री प्रदीप जी जी (पीएनसी) वर्षायोग समिति अध्यक्ष आगरा ने अपने विचार व्यक्त करते हुए तथा जैन राजनीतिक चेतना मंच का उद्देश्य बताते हुए सराक क्षेत्र के उत्थान हेतु कुछ योजनाएं बताई। साथ ही सभी के सहयोग हेतु भावनाएं व्यक्त की।

मुख्य अतिथि श्री प्रदीप जैन आदित्य पूर्व मंत्री भारत सरकार ने कहा कि हमें अपने प्रत्याशी को जिताने के लिए पूरी ताकत लगाना चाहिए। उन्होंने जैन समुदाय को अल्पसंख्यक घोषित कराने में जो भूमिका रही उसकी चर्चा की। उन्होंने कहा कि राजनीति में आज अच्छे लोगों की जरूरत है। राजनीति में यदि अच्छे लोग आते हैं तो समाज और देश की उन्नति होती है। जैन समाज को भी राजनीति में अपने कदम मजबूती के साथ आगे बढ़ाना चाहिए।

अध्यक्ष श्री निर्मल सेठी जी ने कहा कि जैन संस्कृति विश्व की सबसे प्राचीनतम संस्कृति है। इस महान संस्कृति की रक्षा के लिए जैन राजनैतिक चेतना मंच का गठन किया गया है। हमारी समाज को वोट का महत्व समझना चाहिए, पूजा की तरह ही वोट करने जरूर जाना चाहिए। जैनों को अल्पसंख्यक घोषित कराने में श्री प्रदीप जी आदित्य के योगदान को उन्होंने रेखांकित किया।

एमएलसी श्री पुष्पराज जैन ने कहा कि जो समाज संगठित होता है बड़ी पार्टियां उन्हें ही टिकट देती हैं, इसलिए सबसे पहले हमें संगठन मजबूत करना होगा।

मेहता जी ने कहा कि हम देश की रीढ़ की हड्डी हैं। जैन समाज भामाशाह के रूप में जाना जाता है।आज हम मात्र व्यापार में व्यस्त हैं। हमें राजनीति में भी अपने कदम मजबूत करना होंगे तभी हम अपनी सुरक्षा कर सकेंगे। पूर्व विधायक श्री संजय पाटिल वेलगांव ने कहा कि युवाओं को आगे आना चाहिये।हम आपस में झगड़ना बंद करें। नाम नहीं काम पर यकीन करें। उत्तर वाले दक्षिण को सम्हालें। सुकीर्ति जी ने कहा कि व्यापार की तरह राजनीति में भी जैन समाज को प्रथम पंक्ति में आना चाहिए।

मंच के महामंत्री श्री ललित जैन ने कहा कि लोकसभा, विधानसभा में हमारा प्रतिनिधित्व दिनोंदिन घटता जा रहा है, जो चिंताजनक है। कभी लोकसभा में हमारे 36 सांसद हुआ करते थे। राजस्थान में 35 विधायक हुआ करते थे, मध्यप्रदेश, गुजरात विधानसभा में हमारी अच्छी संख्या होती थी, लेकिन आज राजनीति में हमारा स्थान क्षीण होता जा रहा है। ग्राम प्रधान से लेकर संसद तक हमारी भागीदारी जरूरी है।

हुकुम जी काका, सुभाष जी काला और श्रीमती सरला जी(निशक्तजन आयोग राज्य मंत्री छत्तीसगढ़) आदि ने जैन राजनीतिक चेतना मंच के उद्देश्य और सार्थकता पर प्रकाश डाला और आचार्यश्री की इस प्रेरणा और बुद्धिजीवी वर्ग को एकत्रित करने की भावना को सराहा।

तदनंतर आचार्य श्री ज्ञानसागर जी महाराज ने अपनी पीयूष वाणी द्वारा कहा कि जैन समाज में कई ऐसे व्यक्ति हैं जो राजनीति से जुड़े हैं। आप समाज के और समाज आपका है। राजनीति में रहते हुए भी आप सभी धर्म की डोर से जुड़ कर रहें। कुछ ऐसे कार्य होते हैं जिनमें अगर अपनी समाज के व्यक्ति हो तो तुरंत ही वह कार्य आगे बढ़ सकता है। अगर आज आप सभी अपने घर परिवार दुकान की सुरक्षा करना चाहते हैं तो राजनीति में अपनी पहुंच होनी चाहिए।

राजनीति में रहकर भी ईमानदारी प्रमाणिकता रहे तभी आप अपनी छाप छोड़ सकते हो। स्वतंत्रता प्राप्ति के समय जैन समाज के लोगों ने जो कार्य किया है वह इतिहास से ज्ञात होता है। देश की रक्षा के लिए जैन समाज के लोगों ने भी बलिदान दिया था। रानी लक्ष्मीबाई, वीर भामाशाह आदि के अनेक प्रसंग सुनाते हुए कहा कि रानी लक्ष्मीबाई को सहयोग किया था अमरचंद भाटिया ने जो जैन थे।

संविधान की पुस्तकों में पृष्ठ 63 पर भगवान महावीर का चित्र है। संविधान बनाने में जैन समाज के 4-5 व्यक्तियों के भी हस्ताक्षर हैं। राष्ट्रगीत में दूसरे पद में जैन शब्द आया है यह सब गौरव की बात है। इसी के साथ आचार्यश्री ने कहा कि सराक बंधुओं के बीच में रहकर जो श्रम किया है, अब मुझे विश्वास नहीं होता। विषम परिस्थितियों में रहकर मुझे आचार्य श्री विमलसागर जी महाराज, आचार्य श्री सन्मतिसागर जी महाराज का आशीर्वाद रहा कि तुम घबराना नहीं, मेरा पूरा पूरा आशीर्वाद है, तुम सराक क्षेत्र में इसी तरह कार्य करते रहो।

दोनों आचार्यों के आशीर्वाद से लगभग 1 साल सराक क्षेत्र में रहा। वहां के युवाओं की टीम से सर्वे कराया। ग्राम वासियों की भावनाएं ज्ञात हुई।हर क्षेत्र में जैन समाज के लोग हैं। हमारी समाज कहीं से कहीं तक पीछे नहीं है। आप सभी जिस जिस पद पर हैं ईमानदारी के साथ अपनी सेवाएं दें। कर्तव्य निष्ठ रहें ताकि आप सभी के द्वारा जैन समाज का नाम रोशन हो।

कार्यक्रम में श्री प्रदीप जैन आदित्य, पूर्व केंद्रीय मंत्री, भारत सरकार, श्रीमती सरला जैन, राज्यमंत्री छत्तीसगढ़ सरकार, श्री नवीन जैन, महापौर आगरा, श्री पुष्पराज जी जैन, एमएलसी कन्नौज, श्री विजय पाटनी, पूर्व कैबनेट मंत्री मध्यप्रदेश, श्री सुधीर जैन, पूर्व अध्यक्ष तीर्थ रक्षा कमेटी,श्री हसमुख गांधी, अध्यक्ष दिगम्बर जैन सोशल ग्रुप फेडरेशन, प्रदीप जैन(पी.न.सी) आगरा, श्री संजय पाटिल, पूर्व विधायक कर्नाटक, श्री सुकीर्ति जैन, पूर्व विद्यायक कटनी, अपर्णा जैन, राष्ट्रीय सचिव, समाजवादी पार्टी, रवीन्द्र सेन भिंड, सुभाष काला भोपाल, निर्मल जैन जयपुर, शैलेंद्र जैन लखनऊ, गौरव जैन, अश्विनी जैन, राजेन्द्र गोधा समाचार जगत जयपुर, रविन्द्र काला, सतीश जैन, विनोद जैन, विकेश मेहता, मुकेश जैन, शशि जैन चेयरमैन अमरोहा, सीमा जैन चेयरमैन सीतापुर, विनोद जैन खरगौन, सुमत जैन, प्रमोद जैन फर्रूखाबाद, कमल जैन, राकेश सिंघई पत्रकार भोपाल, अखिलेश जैन बूंदी, निर्मल गोधा जयपुर, सुनील खजुरिया ललितपुर, अशोक जैन एडवोकेट, शांतिलाल जी मुरैना, अशोक जैन, एस के जैन भिंड, राजकुमारी भिंड, चंद्रमोहन जैन, अनिल जैन गोवा, विनय पाटनी, अर्चना जैन कानपुर, अर्पणा जैन कानपुर आदि प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।

–डॉ. सुनील जैन संचय


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