श्री दिगम्बर जैन आदिनाथ अतिशय क्षेत्र रानीला में मानस्तम्भ पंचकल्याण प्रतिष्ठा महोत्सव के छठवें दिन आचार्य श्रुतसागर जी महाराज ससंघ के सानिध्य में भगवान के समोशरण की भव्य रचना की गयी। इसके बाद इंद्रों द्वारा मानस्तम्भ की चारों दिशाओं में भगवान को विराजमान कर उनका अभिषेक किया गया। प्रात: नित्यपूजन, विधान इंद्रो द्वारा भगवान के चरणों में जयमाल के साथ महाअर्ध समर्पण करने के अलावा भगवाद का छह महीने बाद आहार करने की खुशी में रानीला निवासियों ने बतौर प्रसाद गन्ने का रस वितरण किया। इस अवसर पर आचार्य श्रुतसागर जी महाराज ने कहा कि हमारी सोच का असर हमारे जीवन पर जरूर पड़ता है। शुभ सोचने से शुभ कार्य सम्पन्न होते हैं। शरीर और आत्मा अलग-अलग हैं। पाप और पुण्य को मिलाने के लिए कुल 27 तत्व होते हैं। रानीला ट्रस्ट मंडल एवं प्रबंधकारिणी के सदस्यों ने महाराज के चरणों में आगामी वर्ष 2016 का चातरुमास करने के लिए चरणों में श्रीफल भेंट कर विनती की। रात्रि में बाहर से आये कलाकारों द्वारा भ्रूण हत्या बंद करो नामक सामाजिक भव्य नाटिका प्रस्तुत की गयी। 201 दीपों के समूह के साथ सभी श्रद्धालुओं ने संगीतमयी महाआरती की। इस अवसर पर ट्रस्ट के चेयरमैन एवं उद्योगपति विजय कुमार जैन, तिलक कुमार जैन, नवहिंद जैन, अरुण कुमार जैन, राजीव जैन, ललित प्रसाद जैन, नरेश चंद्र जैन, विजय कुमार जैन, आदिश कुमार जैन, दया जैन, अनिल लोहिया, विकास दलाल, देवप्रकाश दलाल, सिद्धार्थ जैन, शैलेंद्र जैन, मुकेश जैन, नवीन जैन, मनोज जैन, डा. एम. के. जैन, डा. सुभाष जैन, चक्रेश जैन आदि मौजूद थे।