Home Jain News दीपावली पर भगवान महावीर की प्रतिमा के चरण स्पर्श करने के लिए रात 12 बजे से ही लग जाती है श्रद्धालुओं की लाइन।

दीपावली पर भगवान महावीर की प्रतिमा के चरण स्पर्श करने के लिए रात 12 बजे से ही लग जाती है श्रद्धालुओं की लाइन।

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दीपावली पर भगवान महावीर की प्रतिमा के चरण स्पर्श करने के लिए रात 12 बजे से ही लग जाती है श्रद्धालुओं की लाइन।

जैन धर्म के 24वें तीर्थकर भगवान महावीर के निर्वाण दिवस पर भगवान महावीर के अतिशय क्षेत्र श्री महावीर जी में गुरुवार को 24 किलो का निर्वाण लाडू चढ़ाया जाएगा। कोरोना महामारी के चलते पिछले दो वर्ष से निर्वाण लाडू नहीं चढ़ाया गया था। अब कमेटी ने कोरोना गॉइडलाइन का पालन करते हुए लाडू चढ़ाने का निर्णय लिया है। लेकिन इस बार भी कोरोना गाइडलाइन के चलते लगातार दूसरे वर्ष जैन धर्म लम्बी भगवान जिनेंद्र की प्रतिमा के चरण स्पर्श नहीं कर सकेंगे। गौरतलब है कि साल में एक बार दीपावली पर निर्वाण कल्याणक महोत्सव पर भगवान महावीर की मूलनायक प्रतिमा शीशे के बने पर्दे के पीछे रखी रहती है। जिससे आम दिनों में दर्शन तो होते हैं, लेकिन प्रतिमा के चरण स्पर्श नहीं हो पाते। दीपावली पर प्रतिमा के सामने से शीशे को हटाया जाता है, जिससे श्रद्धालु चरण स्पर्श कर सके।

अतिशय  क्षेत्र कमेटी के मैनेजर नेमी कुमार पाटनी ने बताया कि दीपावली पर भगवान का 2548वां निर्वाण कल्याणक महोत्सव मनाया जाएगा। कार्यक्रम में प्रात: 5.45 बजे भगवान महावीर का निर्वाण लाडू चढ़ाया जाएगा। भगवान महावीर के निर्वाण महोत्सव पर लाडू चढ़ाने वालों की एक दिन पूर्व ही रात्रि से ही भक्तों की लाइन लग जाती हैं। श्री शांतिनाथ दिगम्बर जैन मंदिर में भी सकल जैन समाज की ओर से भगवान महावीर का 2548वां निर्वाण उत्सव गुरुवार को मनाया जाएगा। इस मौके पर अतिशय क्षेत्र के विभिन्न मंदिरों में विशेष पूजाअर्चना, पंचामृत अभिषेक, कलशाभिषेक का आयोजन किया जाएगा। श्री शांतिनाथ मंदिर के मैनेजर संजय जैन ने बताया कि भगवान महावीर के मोक्ष कल्याण महोत्सव पर सुबह 06.15 बजे पंचामृतअभिषेक, शांतिधारा एवं पूजनअर्चन शुरू होगा। इस दौरान 24 किलो का निर्वाण लाडू चढ़ाया जाएगा।

 


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