उत्तम संयम पाले ज्ञाता, नरभव सफल करे ले साता


श्री आदिनाथ दिगम्बर जैन मंदिर कोट ऊपर पर पर्यूषण महापर्व के छठे दिन उत्तम संयम धर्म के दिन प्रथम अभिषेक व शांतिधारा करने के लिए सौधर्म इन्द्र बनने का सौभाग्य अनिल कुमार लोकेश कुमार विनीत जैन परिवार को मिला।और मंगलाचरण डी के जैन मित्तल ने किया।

आचार्य विनीत सागर महाराज के सानिध्य में कोट ऊपर जैन मंदिर पर चल रहे दसलक्षण महामण्डल विधान में आचार्य श्री ने उत्तम संयम धर्म पर दिये अपने प्रवचनों में कहा कि जिस प्रकार गाड़ी में हॉर्न और ब्रेक ना हो तो गाड़ी का असंतुलित होकर एक्सीडेंट हो जाता है और वो गाड़ी बेकार हो जाती है उसी प्रकार मनुष्य रूपी गाड़ी में अगर संयम रूपी ब्रेक ना हो तो मनुष्य का जीवन भी बेकार हो जाता है।

सकल जैन समाज कामां के प्रवक्ता डी के जैन मित्तल ने बताया कि कामां जैन समाज वर्किंग कमेटी द्वारा आयोजित इस विधान में जैन समाज अध्यक्ष महावीर प्रसाद जैन लहसरिया,मंत्री कैलाश जैन, कोषाध्यक्ष काली जैन, गौरव निक्की जैन, संजय जैन, राजेंद्र जैन सहित समाज के गणमान्य लोग उपस्थित थे।

 

डी. के. जैन मित्तल

 

 


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