जैन समाज को क्यों नहीं मिलता अल्पसंख्यकों को मिलने वाली सुविधायों का लाभ


अल्पसंख्यक आयोग के चेयरपर्सन श्री इकबाल सिंह लालपुरा जी के साथ जैन एडवाइजरी कमेटी के सदस्यों की अहम बैठक दिनांक 3 दिसम्बर, 2021 को दोपहर 03.00 बजे शुरु हुई। भारतीय जैन संगठन के अल्पसंख्यक मामलों के विशेषज्ञ श्री निरंजन जैन ने कहा कि वर्तमान में जैन समुदाय को केवल कुछ राज्यों में भी अल्पसंख्यक का दर्जा मिला हुआ है, जबकि पूरे देश में जैन समाज को अल्पसंख्यक का दर्जा मिलना चाहिए। इसके अलावा जैन समाज को अल्पसंख्यक का दर्जा मिला है किंतु उनको मिलने वाली आर्थिक सुविधाएं बाकी अल्पसंख्य समाज से काफी कम हैं।

बैठक में अन्य सदस्यों ने भी कई गहन मुददों पर चर्चा करते हुए कही कि आयोग राज्य एवं जिला स्तर पर कमेटी बनाकर अल्पसंख्य लोगों को जागरूक करे ताकि सरकार द्वारा मिल रही सुविधाओं का ज्याद से ज्याद लोग उन योजनाओं का फायदा उठा सकें। इसके अलावा अल्पसंख्यक मंत्रालय की वेबसाइट को यूजरफ्रेंडली बनाने का सुझाव दिया गया ताकि कोई भी अपना आवेदन आदि आनलाइन आसानी से पूर्ण सकें।  इसके अतिरिक्त नेशनल एडवाइजरी कमेटी के अन्य सदस्यों ने भी अपने-अपने महत्वपूर्ण सुझाव रखे और उन पर विस्तृत चर्चा हुई।

जैन समुदाय को अल्पसंख्यक योजनाओं का ज्यादा से ज्यादा लाभ और जानकारी मिल सके, इस उदेश्य से जैन समाज के वरिष्ठ समाजसेवी श्री राजेश सिंघवी जी ने इस अहम बैठक के आयोजन में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभायी।


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