जैन मुनि श्री महित सागर जी महाराज की हुई संलेखना पूर्वक समाधि


धार/कागदी पूरा:- जैन तीर्थ छोटा महावीर स्वामी कागदीपुरा में वात्सल्य वारिधि आचार्य वर्धमान सागरजी के शिष्य 85 वर्षीय मुनिश्री महित सागरजी ने संस्तरारोहण किया था। मंगलवार शाम 8ः29 बजे मुनिश्री के देह त्यागने के बाद आचार्यश्री वर्धमान सागरजी व संघ के सान्निाध्य में उनका विमान डोला महावीर तीर्थ से निकालकर विधिपूर्वक समाधि दी गई। इसमें दूर-दूर से बड़ी संख्या में समाज के लोग शामिल हुए व नम आंखों से मुनि महित सागरजी को विदाई दी।

सन्मति जैन काका ने बताया की चार दिन पहले मुनिश्री ने संस्तरारोहण किया था। मुनिश्री ने अन्य त्यागने के साथ दूसरी विधि की थी। तीसरे दिन मंगलवार शाम को उन्होंने देह त्याग दिया। छोटा महावीरजी कागदीपुरा कमेटी के विनय छाबड़ा, आशीष जैन एवं अजीत जैन ने बताया कि कमंडल लेकर भूमि शुद्ध करने के पुण्यार्जक जितेंद्र मोनिका हर्ष जिरभार परिवार इंदौर रहे।

विमान डोले को सर्वप्रथम आगे की ओर कंधे का सौभाग्य संजय कुमार शांतिलाल छाबड़ा बगड़ी एवं भरत ऋतु जैन जिरभार इंदौर को प्राप्त हुआ। डोले को पीछे की ओर कंधे का सौभाग्य विजय नितिन धामनोद तथा विमान डोल उठाने का लाभ अजीत पवन अंकित छाबड़ा बगड़ी ने लिया। समाधि स्थल पर अग्नि संस्कार के पूर्व उल्टे क्रम से मुनिश्री का पंचामृत अभिषेक किया गया। ।जिसका सौभाग्य भरत जितेंद्र जिरभार इंदौर को प्राप्त हुआ। सर्वप्रथम शांतिधारा की गई, फिर सुगंधित जल, पुष्प, केशर, चतुष्कोण, कलश सर्वोषधि, दही, दूध, घी, बुरा, चतुष्कोण कलश व जलाभिषेक किया गया। अग्नि संस्कार के पुण्यार्जक सौभाग्य भरत जितेंद्र जिरभार परिवार इंदौर को प्राप्त हुआ।
अतिशय क्षेत्र निर्वाण भूमि बना

छोटा महावीर तीर्थ कागदीपुरा अतिशय क्षेत्र है। इसमें दिगंबर मुनिराज की पहली समाधि होने के कारण यह अतिशय क्षेत्र जैन साधु की निर्वाण भूमि भी बन गया है। इस क्षेत्र में आचार्य संघ पहली बार आया तथा सल्लेखना समाधि का भी पहला अवसर था। पूरी रात्रि निकटवर्ती नगरों के समाजजनों ने ण्मोकार मंत्र का पाठ किया। नालछा, बगड़ी, मांडू, धार, धामनोद, पीथमपुर, इंदौर, सनावद, बेड़िया, बड़वाह,महेश्वर, मंडलेश्वर, बड़वानी, बड़नगर, बदनावर, रतलाम, महू सहित राजस्थान, महाराष्ट्र, कर्नाटक आदि राज्यों से भक्त शामिल हुए। कुछ माह पूर्व महित सागरजी ने वर्ष की उम्र में पैदल मांगीतुंगी की यात्रा की थी।


Comments

comments

अपने क्षेत्र में हो रही जैन धर्म की विभिन्न गतिविधियों सहित जैन धर्म के किसी भी कार्यक्रम, महोत्सव आदि का विस्तृत समाचार/सूचना हमें भेज सकते हैं ताकि आप द्वारा भेजी सूचना दुनिया भर में फैले जैन समुदाय के लोगों तक पहुंच सके। इसके अलावा जैन धर्म से संबंधित कोई लेख/कहानी/ कोई अदभुत जानकारी या जैन मंदिरों का विवरण एवं फोटो, किसी भी धार्मिक कार्यक्रम की video ( पूजा,सामूहिक आरती,पंचकल्याणक,मंदिर प्रतिष्ठा, गुरु वंदना,गुरु भक्ति,गुरु प्रवचन ) बना कर भी हमें भेज सकते हैं। आप द्वारा भेजी कोई भी अह्म जानकारी को हम आपके नाम सहित www.jain24.com पर प्रकाशित करेंगे।
Email – jain24online@gmail.com,
Whatsapp – 07042084535