देहरादून, गांधी रोड स्थित उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में अति प्राचीन जैन धर्मशाला का पंजीयन निरस्त हो गया है। मंगलवार को जिलाधिकारी रविनाथ रमन ने धर्मशाला के रिकार्ड में गड़बड़ी होने, सुरक्षा इंतजाम पुख्ता न होने और फायर सेफ्टी सिस्टम न होने के कारण पंजीयन निरस्त करने का निर्देश दिया है। धर्मशाला का पंजीयन सराय एक्ट के तहत निरस्त किया गया है। प्राप्त जानकारी के अनुसार जिलाधिकारी कार्यालय में जैन धर्मशाला के रिकार्ड में गडबड़ी होने की शिकायत दी गयी थी। इसी के चलते जिलाधिकारी ने पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों को जांच करने के आदेश दिए थे। सोमवार को वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक और मुख्य अग्निशमन अधिकारी ने डीएम को अपनी रिपोर्ट दी। उन्होंने कहा कि धर्मशाला परिसर में अग्निशमन सुरक्षा के पर्याप्त इंतजाम नहीं है और सुरक्षा की दृष्टि से सीसीटीवी कैमरे भी नहीं लगे हैं। धर्मशाला के पूर्व प्रबंधक के स्थान पर वर्तमान प्रबंधक सतेंद्र जैन का नाम सराय एक्ट के अंतर्गत कार्यालय में पंजीकरण प्रमाणपत्र में संशोधित नहीं किया गया है साथ ही धर्मशाला के स्थान पर नाम परिवर्तित कर दिगम्बर जैन पंचायत मंदिर एवं जैन भवन लिखा गया है। इसके बाद जिलाधिकारी ने सराय एक्ट के तहत कई खामियों के पाये जाने पर धर्मशाला का पंजीकरण निरस्त कर दिया है। धर्मशाला का पंजीयन निरस्त होने से दूर-दराज से आने वाले गई गरीब एवं मध्यमवर्गीय परिवारों को परेशानी का सामना करना पड़ सकता है।
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