प्रतिष्ठित संस्था समन्वयवाणी फाउण्डेशन न्यास जयपुर की ओर से ज्ञानतीर्थ श्री टोडरमल स्मारक भवन में आयोजित अथाई समूह के राष्ट्रीय अधिवेशन में डॉ. इन्दु जैन राष्ट्र गौरव को साहित्यिक क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान के लिए समारोह के सारस्वत अतिथि प्रसिद्ध कवि श्री लोकेश सिंह साहिल एवं महामंत्री डॉ.अखिल बंसल ने प्रतीक चिह्न एवं प्रमाण पत्र देकर “समन्वयवाणी अथाई गौरव रत्न” अवार्ड से सम्मानित किया गया तथा पत्रकारिता के क्षेत्र में महत्त्वपूर्ण कार्य हेतु सोशल मीडिया फाउण्डेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री किशोर भाई भण्डारी ने डॉ. इन्दु को “आदर्श पत्रकार” अवार्ड प्रदान किया।
डॉ. इन्दु ने अपनी उपलब्धि का श्रेय राष्ट्रपति सम्मान से सम्मानित विद्वान् पिता प्रो. फूलचन्द जैन प्रेमी, विदुषी माँ डॉ० मुन्नी पुष्पा जैन, गुरुजन,जीवनसाथी श्री राकेश जैन एवं पूरे परिवार के साथ अपनी कर्मभूमि बनारस और दिल्ली को दिया है। उन्होंने कहा कि यहाँ से ही प्राकृत, संस्कृत, हिन्दी भाषा,ब्राह्मी लिपि, जैन दर्शन, साहित्य,पत्रकारिता,समाजसेवा के क्षेत्र में जो भी सीखा उसे ही अपना ध्येय बनाकर कार्य किया और वही आशीर्वाद के रूप में फलीभूत हो रहा है।
डॉ. इन्दु विदुषी,लेखिका,कवयित्री,पत्रकार,समाज सेविका, जैन फेथ लीडर, रेडियो-टी.वी.-मंच कलाकार-उद्घोषिका,गायिका,प्रेरक वक्ता, शाकाहार,प्राचीन प्राकृत-अपभ्रंश-संस्कृत-हिन्दी भाषा एवं सर्वप्राचीन ब्राह्मी लिपि की प्रचारक हैं । आप कई संस्थाओं से जुड़कर महत्त्वपूर्ण कार्यों में अपना विशेष योगदान दे रहीं हैं। आपको अनेक पुरस्कारों से सम्मानित किया जा चुका है।
अथाई समूह के इस दो दिवसीय राष्ट्रीय अधिवेशन एवं सम्मान समारोह में भारत के विभिन्न राज्यों से आए रचनाकारों तथा समन्वय वाणी फाउण्डेशन न्यास के कार्याध्यक्ष डॉ. एन. के. खींचा, न्यास अध्यक्ष श्री मिलापचंद डण्डिया, महामंत्री डॉ. अखिल बंसल, अधिवेशन के गौरव अध्यक्ष सुप्रसिद्ध साहित्यकार श्री नन्द भारद्वाज, स्वागताध्यक्ष श्री किशोर भाई भण्डारी,समारोह के विशिष्ट अतिथि श्री सुरेन्द्र कुमार पाण्डया, मुख्य अतिथि न्यायमूर्ति श्री पानाचंद जैन, सारस्वत अतिथि प्रसिद्ध कवि श्री लोकेश सिंह साहिल, अति विशिष्ट अतिथि के रूप में रिटायर्ड आई. पी. एस. श्री अनिल कुमार जैन, प्रसिद्धि विद्वान परमात्म प्रकाश भारिल्ल, जस्टिस एवं डॉ. शांति कुमार पाटिल आदि की गौरवपूर्ण उपस्थिति रही। डॉ. इन्दु को जैनदर्शन के प्रसिद्ध विद्वान डॉ. हुकुमचंद भारिल्ल जी से विशेष आशीर्वाद मिला। डॉ. इन्दु को दो विशेष सम्मान के लिए सभी ने बधाईयाँ दीं।