सूरत में हीरा व्यापारी की 13 वर्षीय बेटी वैश्वी ने सब कुछ ठुकरा कर, ली दीक्षा


गुजरात। हीरा व्यापारी की 13 वर्ष की बेटी वैी  मेहता भौतिकतावादी आलीशान जिंदगी को सदा-सदा के लिए त्याग दीक्षा ग्रहण करने जा रही है। शनिवार के दिन दीक्षा ग्रहण से पहले वैश्वी की विशाल शोभायात्रा निकाली गई। गुजरात के हीरा व्यापारी हितेश मेहता और पीलाबेन मेहता की सबसे छोटी बेटी वैश्वी बहुत ही लाड़-प्यार से पली-बढ़ी है। जानकारी के मुताबिक वैश्वी जब 10 वर्ष की थी तो वह गुरु के साथ ही चली गई थी। वहां रहते हुए उसका धीरे धीरे हृदय परिवतर्न हुआ और उसे जब संज्ञान हुआ कि ये भौतिकतावादी चकाचौंध भरी जिंदगी, मोह-माया, रुपया-पैसा, चमक-दमक सब कुछ चलायमान और नर है, इस सबको ठुकराकर, वह परम शांति और सदा-सदा के लिए आत्मा में लीन होने शांति की खोज की राह पर जाने का फैसला कर लिया। अपनी बेटी वैश्वी के इस फैसले से उनके पिता और मां खुश हैं और उसे उसकी इजाजत दे दी गई है।


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