हाथीबाज़ार (वाराणसी) के इतिहास में पहली बार हुआ किसी जैन साध्वी ससंघ का भव्य मंगल प्रवेश, जैन समाज में काफी उत्साह।


गणाचार्य श्री 108 विराग सागर जी महाराज की सुशिष्या आर्यिका 105 विजेता श्री माता जी व आर्यिका 105 विराम्या श्री माता जी ससंघ का जैन समाज ने किया भव्य स्वागत ।

बनारस शहर से 25 कि•मी• दूर स्थित एक ऐसा गांव जहाँ है जैन समाज का लगभग 25 घर और जैन समाज की जनसंख्या करीब 150 है।

वहीं इस गांव में पहली बार किसी दिगंबर जैन साध्वी का मंगल प्रवेश हुआ है इस मौके पर यहाँ के जैन समाज काफी उत्साह में दिखें और गाजे-बाजे के साथ भव्य स्वागत किया गया।

नगरवासी हर्षोल्लास पूर्वक माताजी ससंघ के सानिध्य में धार्मिक अनुष्ठान कर धर्मलाभ प्राप्त कर रहे है, यहां के स्थानीय जैन समाज ने बताया कि हाथी बाजार नगर के इतिहास में पहली बार किसी जैन साध्वी का आगमन हुआ है इसको लेकर ही यहां के जैन समाज के बीच काफी उत्साह का माहौल है और माता जी के अर्शीवचन , जीवन उपदेशों को सुन कर यहाँ के जैन समाज लाभान्वित हो रहे हैं।

ज्ञातव्य है कि जब किसी नगर में तपस्वी साधु साध्वी का प्रवेश होता है तो वहां का वातावरण ही कुछ अलग होता है खासकर इस गांव में तो प्रथम बार दिगम्बर जैन साध्वी का आगमन हुआ , सभी भक्त धार्मिक क्रियाओं में रंग पुण्यार्जन कर रहे है। साथ ही यहाँ के जैन समाज को अपने घर में माता जी को आहार देने का सौभाग्य प्राप्त हो रहा है।

हाथीबाज़ार में विराजमान आर्यिका 105 विजेता श्री माता जी व आर्यिका 105 विराम्या श्री माता जी के मंगल प्रवचन का श्रवण कर श्रद्धालु धर्मप्रभावना कर रहे है।

इस अवसर पर अमरनाथ जैन , ओमप्रकाश जैन , आलोक जैन , राहुल जैन , अजय जैन , आनंद जैन , सुरेश जैन , घनश्याम जैन आदि काफी संख्या में जैन समाज शामिल हुए।

 

 — प्रवीण जैन (Jain24.com)


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