छात्रावास की नींव खोदते समय निकली 12वीं सदी की भगवान आदिनाथ की प्रतिमा


शिवपुरी। आदिनाथ जयंती पर मंगलवार की शाम शहर की आईटीआई रोड पर छात्रावास निर्माण के लिए की गई खुदाई में दो फीट ऊंची बालू पाषाण से बनी भगवान आदिनाथ की प्रतिमा निकली है। इसके साथ ही यक्ष-यक्षिणियों की 10 से अधिक मूर्तियां और उनके अवशेष भी मिले हैं। मौके पर पहुंचे जैन संत श्री सुव्रत सागर जी महाराज ने प्रतिमा देखकर बताया कि जैन धर्म के पहले तीर्थंकर भगवान आदिनाथ प्रतिमा पर संवत 1220 अंकित हैं। इससे पता चलता है कि यह प्रतिमा 856 साल पूरानी है और 12वीं सदी की है। पुरातत्व विभाग प्रतिमाओ की जांच कर रहा है। इसके बाद तय किया जाएगा कि आगे खुदाई की जाए या नहीं क्योंकि इस जगह पुराना मंदिर मिलने की संभावना जताई जा रही है।

जैन समाज ने मांगी प्रतिमा, प्रशासन बोला- जहां मिली, अभी वहीं रहेगी

भगवान आदिनाथ की प्रतिमा मिलने की सूचना पर सुबह 10 बजे छत्री जैन मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष राजकुमार जैन सहित समाज के अन्य लोग मौके पर पहुुंच गए। उन्होंने प्रशासन से मांग की कि यह प्रतिमा उन्हें पूजा-अर्चना के लिए दी जाए। दोपहर ढाई बजे एसपी राजेश सिंह चंदेल ने जैन संत सुव्रत  सागर जी महाराज की उपस्थिति में उसी जगह रखे रहने की बात कही और पूरी सुरक्षा देने का भरोसा दिया। इस पर जैन समाज ने भी सहमति दे दी।

ठेकेदार ने समझा महत्व

बुधवार की सुबह बिल्डिंग का निर्माण कर रहे ठेकेदार जिनेश जैन मौके पर पहुंचे तो वहां मूर्ति देखकर वे चौंक गए। इसके बाद उन्होंने गौर किया तो पत्थरों में यक्ष-यक्षिणी की प्रतिमाएं और अन्य अवशेष भी मिले। इसके बाद उन्होंने प्रशासन को सूचना दी। इसके बाद जैन समाज के लोगों की मौके पर भीड़ लग गई।

कमिश्नर पुरातत्व को देंगे रिपोर्ट

मूर्ति पर अंकित संवत से पता चलता है कि वह 12वीं शताब्दी की है। अभी हम इसे किसी को सौंप नहीं सकते। इसकी रिपोर्ट हम कमिश्नर पुरातत्व और कलेक्टर शिवपुरी को देंगे। इसके बाद खुदाई का निर्णय लेंगे। केएम डांडे, उप संचालक, पुरातत्व विभाग, ग्वालियर

 

— संकलन अभिषेक जैन लुहाडीया रामगंजमंडी


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