मन्दबुद्धि युवक ने 400 वर्ष प्राचीन जैन प्रतिमायों को तोड़कर किया खन्डित, ग्रामवासियों में आक्रोश।


श्यामगढ़/मारोठ। राजस्थान प्रांत के नागौर जिले की नावाँ तहसील के छोटे से ग्राम श्यामगढ़ जो मारोठ थाने के अंतर्गत आता है, इस गांव में आज सोमवार को हुई एक ऐसी घटना जो आज तक कभी नहीं हुई।। आसाम से आए किसी अनजान जैन व्यक्ति ने शयमागढ़ जैन मंदिर स्थित बहुत सी मूर्तियों को खंडित कर दिया जो आज से लगभग ४०९ वर्ष पुरानी मूर्तियों थी। यह बहुत ही अप्रिय घटना घटित हुई। गांव में सोमवार को दिगम्बर जैन मन्दिर में सुबह एक युवक जो कि मन्ध्बुद्धि वह मानसिक रूप से रोगी बताया जा रहा है, यह युवक आज सुबह मारोठ (राजस्थान) से 9 किमी दूर शयामगढ के दिगंबर जैन मंदिर जी मे प्रातःकाल अभीषेक क्रिया के पश्चात  मंदिर जी में विराजमान 409 वर्ष प्राचीन  13 प्रतिमा जी मे 7 को खंडित कर दिया है। यह युवक अविवाहित होने के कारण डिप्रैशन मे था इसके परिवार जनो की शाम तक शयामगढ पहुंचने की संभावना है।

लोगो का कहना है कि श्रीजी के कलशाभिषेक करने पहुँचा परन्तु उसने अपनी मानसिक स्वास्थ्य खराब होने के चलते एक अप्रिय घटना को अंजाम दे दिया, जिसके तहत उसने गर्भ गृह में विराजित सभी मूर्तियों को बाहर फेंककर खण्डित कर दिया। मन्दिर के अन्दर स्थित सैकड़ों वर्ष पुरानी पाषाण  की मूर्ति एवं अष्टधातु की मूर्ति को निचे गिराकर तोड़ दि। इसे लेकर पूरे दिगम्बर जैन समाज में आक्रोश का माहौल उत्पन्न हो गया। सुबह जैसे ही मन्दिर में मूर्तियों के खन्डित होने की सूचना मिली समाज के सभी लोग एकत्रित हुए उन्होंने मारोठ थाने के पुलिस प्रशासन को तुरंत सूचना कर पूरे घटनाक्रम को बताया, प्रशासन ने तुरंत कार्यवाही करते हुए मौके पर पहुचकर उस युवक को गिरफ्तार कर लिया गया। प्रशासन ने देरी ना करते हुए व लोगो की धार्मिक भावनाओं को समझते हुए उस युवक को गिरफ्तार कर मारोठ थाने में लेगये। प्रशासन से जानकारी मिली है कि यह युवक आसाम प्रांत के नलबाड़ी का रहने वाला है। इसका पूरा नाम प्रिंस जैन काला है, जो कि नलबाड़ी वासी अमर चन्द काला का पुत्र है। बताया जा रहा है कि यह युवक अपने पैत्रिक गाँव जिजोट कुछ दिनों से आया हुआ था।

— Rohit Jain


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