31 जैन संतों के मंगल-मिलन की भूमि बना बड़वानी नगर


बड़वानी नगर में गुरुवार का दिन 31 जैन संतों के मंगल मिलन का भावुक एवं विहंगम दृश्य वहां उपस्थित श्रद्धालुओं को साक्षात देखने का सौभाग्य प्राप्त हुआ। गुरुवार प्रात: 09.00 बजे नगर में जैन समाज, श्वेताम्बर जैन समाज अन्य समाज के लोगों ने सभी संतों का स्वागत किया। स्वागत यात्रा प्रात: 09.00 बजे कसरावद रोड स्थित भिलटदेव मंदिर से की गई, जो नगर के मुख्य मागरे से होती हुई प्रात: 10.30 बजे जैन मंदिर चौराहा स्थित जैन मंदिर पहुंची, वहां सभी संतों की आहार-चर्या सम्पन्न हुई। स्वागत यात्रा में जैन समाज सहित अन्य समाज के लोगों ने भी जगह-जगह सभी संतों का स्वागत किया।

दोपहर 03.00 बजे पाटी रोड पर स्थित निजी पैलेस में समाज के पदाधिकारियों ने आचार्यजी एवं श्रीसंघ का पाद प्रक्षालन किया उसके बाद शास्त्र भेंट किये। उसके बाद विशुद्ध सागर जी महाराज ने प्रवचन के दौरान कहा कि पूजन-पाठ करने वाले गरीब भी एक दिन करोड़पति बन जाते हैं उसी के विपरीत काफी धन-दौलतवान और अधिक पैसों की लालशवश पूजन-पाठ नहीं करता, उसकी तरक्की एक न एक दिन रुक जाती है और उसके सारे रास्ते बंद हो जाते हैं। इसलिए हर मनुष्य को जिनेंद्र देव की आराधन और पूजन-पाठ करना चाहिए। जो लोग ईर की भक्ति करते हैं उनके ऊपर कोई विपत्ति नहीं आती। इसके पश्चात अप. 04.15 बजे आचार्यश्री ससंघ बावनगजा के लिए विहार कर गये।


Comments

comments