बिजनेस एम्पायर को छोड़, चल पड़ा सन्यासी की राह पर


नयी दिल्ली के प्लास्टिक किंग के नाम से मशहूर भंवरलाल दोशी अपना व्यावसायिक एम्पायर छोड़ सन्यासी बन आध्यात्म की राह पर चल पड़े। एक ऐसा व्यवसायी जिसका बिजनेस एम्पायर रुपये 600 करोड़ से ज्यादा का था। भंवरलाल जी ने सन्यासी बनकर दिखा दिया कि जीवन में दौलत ही सब कुछ नहीं होती। दौलत कमाने के बाद भी वह सुख और शांति की तलाश करते हैं। मूलत: राजस्थान के रहने वाले भंवरलाल दोशी ने कड़ी मेहनत से दिल्ली में प्लास्टिक और उससे जुड़ी वस्तुओं का कारोबार शुरू किया था। भंवरलाल ने 70 के दशक में अपने पिता से मात्र 30 हजार रुपये लेकर व्यवसाय शुरू किया था और इसके बाद उन्हें कई चुनौतियों का सामना भी करना पड़ा। शुरू में वह जैन धर्म की शिक्षा लेना चाहते थे किंतु ऐसा नहीं हो सका। उनके मन के धर्म के प्रति प्रभावना ऐसी रही कि धर्म को बढ़ावा देने के लिए वे समय-समय पर दान करते रहते थे।


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