विदिशा, जैन दर्शन, वीतराग विज्ञान सहित आध्यात्मिक ज्ञान शिक्षण का 18 दिवसीय प्रशिक्षण शिविर रविवार से शुरू हो गया। विदिशा नगर के स्वर्णकार कालोनी स्थित विनायक हाल में आयोजित इस ज्ञानोत्सव में ज्ञान प्राप्त करने देश के विभिन्न नगरों से 2000 से ज्यादा प्रशिक्षणार्थी आए हुए हैं। इनके ठहरने के लिए नगर के अधिकांश होटलों, मैरिज गार्डन और धर्मशालाओं का प्रबंध किया गया है। प्रशिक्षण शिवर का शुभारम्भ प्रात: जैन मंदिर से भगवान जिनेंद्र एवं जिनवाणी की भव्य शोभायात्रा निकाल कर किया गया। इसके बाद जयपुर के निहालचंद्र घेवरचंद्र द्वारा ध्वजारोहण किया गया। शिविर में जैन पाठशालाओं में पढ़ाने वाले शिक्षक प्रशिक्षार्थियों का ज्ञानार्जन करेंगे। यहां जैन दर्शन के अलावा सामान्य ज्ञान और विशिष्ट विषयों को विशेष शैली में समझाने और पढ़ाने के लिए वैज्ञानिक विधि का प्रयोग किया जाएगा। उक्त शिविर के लिए 500 से अधिक बच्चों और 1500 से ज्यादा बड़ों का पंजीयन किया जा चुका है। शिविर का उद्घाटन मुम्बई के आई. एस जैन ने किया। आमंत्रित विद्धानों द्वारा प्रौढ़ शिक्षा, जिनेंद्र प्रक्षाल, पूजन एवं चौबीस तीर्थकर विधान, अभय कुमार शास्त्री एवं शांतिकुमार पाटिल द्वारा सैद्धांतिक प्रशिक्षण कक्षाएं, डा. हुकुम चर्ं भारिल्ल के प्रवचन, ब्रह्मकुमारी सुमत प्रकाश द्वारा कक्षाएं ली जाएंगी। शिविर के पहले दिन चौबीसी तीर्थकर महामंडल विधान में मुख्य कलश स्थापना अनीता नाजेश सिंघई, मैना देवी, सिद्धार्थ दोषी, अनुभूति आकाश जैन, श्रुति शांतनुजन और मनोबाला डा. मक्खनलाल जैन द्वारा की गयी।
Jain News
जबलपुर के जैन मंदिर में मुनिसुव्रतनाथ भगवान के सिर से बही जलधारा, देर रात...
जबलपुर। हनुमानताल बड़े जैन मंदिर में शनिवार की रात 8:30 बजे के लगभग मुनि सुव्रतनाथ भगवान के सिर से जल धारा बहने लगी। जिसे...
जिन मन्दिरों में हो स्वाध्याय गद्दी की स्थापना
जयपुर। स्वाध्याय का शाब्दिक अर्थ है स्व + अध्याय अर्थात निज आत्मा का अध्ययन करना। पूर्व में जिन मन्दिरों में स्वाध्याय के रूप में...
सत्यार्थ बोध का हुआ विमोचन
गोंदिया शिक्षण संस्था महाराष्ट्र द्वारा आयोजित कार्यक्रम में पूर्व विधायक राजेन्द्र जैन के प्रयासों से मध्यप्रदेश के लोकप्रिय मुख्यमंत्री शिवराज सिंह जी चौहान जी...
जो कार्य सरकार नहीं कर पाई वह आचार्य श्री विद्यासागरजी ने कर दिया: नीतिन...
इंदौर। परम पूज्य आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज के आशीर्वाद से हथकरघा संघ प्रमुख ब्र.सुनील भैया जी के निर्देशन में हथकरघा केंद्र को देश...
मिथिलापुरी तीर्थ पर जल्द ही विराजमान होगी सवा ग्यारह फुट ऊँची तीन भव्य पद्मासन...
मिथिलापुरी, जनकपुर रोड (सुरसंड/सीतामढ़ी)। जैन इतिहास का स्वर्णिम दिन 09/05/2022 जिसे कभी भी जैन धर्मावलंबी नही भूल पायेंगे। क्योंकि दो दिन पूर्व ही भगवान...