Home Jain News दुनिया में सब कुछ किसी को नहीं मिलता, जो मिला है उसमें संतोष करो : आचार्य श्री पुलक सागर

दुनिया में सब कुछ किसी को नहीं मिलता, जो मिला है उसमें संतोष करो : आचार्य श्री पुलक सागर

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दुनिया में सब कुछ किसी को नहीं मिलता, जो मिला है उसमें संतोष करो : आचार्य श्री पुलक सागर

बांसवाड़ा। मोहन कॉलोनी स्थित भगवान आदिनाथ मंदिर में आचार्य पुलक सागर जी महाराज ने अपने प्रवचन के माध्यम से बताया कि दुनिया में कुछ ऐसे लोग होते हैं जिन्हें कुछ नहीं मिलता, कुछ लोगों को कुछ मिल जाता है और कुछ ऐसे लोग भी होते हैं जिन्हें बहुत कुछ मिल जाता है। मगर सब कुछ दुनिया में कभी किसी को नहीं मिलता। पूरी दुनिया में सारे ब्रह्मांड में ऐसा एक भी आदमी खोज पाना मुश्किल है जिसे दुनिया से सब कुछ मिल गया। इसके सारे सपने पूरे हो गए हो, जिसकी ख्वाहिशें पूरी हो गई हैं।

आचार्य श्री ने कहा कि किस्मत साथ दे दे तो बहुत कुछ मिल सकता है, लेकिन एक बात याद रखना यहां सबकुछ बड़ों बड़ों और अच्छे अच्छों को नहीं मिलता। फिर कुछ हमें यह तुम्हें मिला है उसका सुख भोगो। उसका सब कुछ पाने और होने के पीछे मत भागो। सब कुछ को पाने और सब कुछ होने के पीछे पागल मत बनो। सब कुछ तो तुम पा ही नहीं सकते। जो संसार में फंसा रहता है पंसारी होता है। जिंदगी के असली मोती तो गहराई में मिलते हैं। जो इस जलसे की डूब जाऊंगा किनारे ही बैठा रहता है। वह कुछ नहीं पा सकता है। तैरना है तो पानी में उतरना ही पड़ेगा। बिस्तर पर लेट कर नदी तैरना नहीं सीख सकता है। नदी में डूबने का खतरा भले ही हो पर तैरने के लिए पानी में उतरना पड़ेगा। आचार्य श्री ने कहा कि आज हम लोग घरों में है। मैं तो कहता हूं घरों में अपनों के बीच ही नहीं अपने बीच रहो। अपनों के साथ नहीं अपने साथ रहो तो जीवन का आनंद होगा। जब तक लॉक डाउन है भीतर की यात्रा करें, घर के भीतर ही नहीं अपने भीतर की यात्रा करें जिससे जीवन खुशहाल होगा।

 

— अभिषेक जैन लुहाड़ीया रामगंजमंडी


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