shri sammed shikharji: जैन समाज की हुई जीत, पर्यटन एवं इको-टूरिज्म गतिविधियों पर तत्काल प्रभाव से लगी रोक


जैन धर्म के पवित्र सिद्धक्षेत्र श्री सम्मेद शिखर जी (पारसनाथ हिल) को झारखंड सरकार द्वारा पर्यटन क्षेत्र घोषित कर देने के बाद पूरे देश के जैन धर्म अनुयायी पिछले काफी समय से पूरे देश में इसका विरोध प्रदर्शन कर रहे थे। आज पर्यावरण वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय मंत्री श्री भूपेंद्र यादव जी ने जैन समाज की आहत भावनाओं की कद्र करते हुए झारखंड सरकार के इस फैसले पर रोक लगा दी है।

उन्होंने कहा कि झारखंड सरकार के इस क्षेत्र को पर्यटन स्थल घोषित करने से जैन समाज को इस पूरे क्षेत्र की पवित्रता को खतरा लग रहा था। उन्होंने सभी पर्यटन एवं इको टूरिज्म गतिविधियों पर तत्काल प्रभाव से रोक लगाते हुए इस पूरे क्षेत्र (लगभग 9 किमी) की परिधि में मांस-मदिरा की बिक्री नहीं होगी तथा पवित्रता का पूरा ध्यान रखा जाएगा।

केंद्र ने कमेटी बनाते हुए कहा है कि राज्य सरकार समिति में जैन समुदाय से 2 सदस्यों को शामिल करे. वहीं, एक सदस्य स्थानीय जनजातीय समुदाय से शामिल किया जाए. केंद्र ने राज्य को 2019 की अधिसूचना के खंड 3 के प्रावधानों पर रोक लगाने के आदेश भी दिए हैं।

यह फैसला केंद्रीय पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव की जैन समुदाय के प्रतिनिधियों के साथ मुलाकात के बाद आया है. केंद्रीय मंत्री ने मीटिंग में जैन समाज के लोगों को भरोसा दिया था कि मोदी सरकार सम्मेद शिखर की पवित्रता को बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध है।


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